मुखिया के माध्यम से बीडीओ को ज्ञापन देकर भूमि संशोधन अधिनियम बिल व अन्य मुद्दों को लेकर विरोध जतायेंगे. यह निर्णय मंगलवार को चान्हो में पार्टी की बैठक में लिया गया. बैठक में पूर्व मंत्री व झाविमो के महासचिव बंधु तिर्की भी मौजूद थे. उन्हाेंने कहा कि झारखंड सरकार को राज्य के किसान, गरीब, दलित व अल्पसंख्यकों से कोई मतलब नहीं है. सरकार सिर्फ काॅरपोरेट लोगों के लिए काम कर रही है. राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल है. प्रखंडों में बिचौलियों का बोलबाला है. किसान व गरीब मर रहे हैं, इस पर ध्यान देने के बजाय सरकार जनता को जाति समुदाय व धर्म के नाम पर बांटने का काम कर रही है. इसका पुरजोर विरोध झाविमो करेगी. इसकी शुरुआत 14 सितंबर से चान्हो के प्रत्येक पंचायत सचिवालय से की जायेगी.
मौके पर प्रखंड अध्यक्ष मंगलेश्वर उरांव, इस्तियाक, इरशाद खान, शशि साहू, कुरबान अंसारी, रहमतुल्लाह अंसारी, सहदेव उरांव, मोरहा उरांव, जुल्फिकार अंसारी, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, सुजीत शाही, मंगरू उरांव, कजरू उरांव आदि मौजूद थे.