यह पहली घटना थी, जिसमें राज्य के डीजीपी डीके पांडेय घटनास्थल पर जाकर घटना की जानकारी ली थी़ जिला पुलिस के साथ सीआइडी भी मामले की जांच कर रही थी़ हर पहलू पर जांच के बाद सीआइडी को केस सौंप दिया गया था़ सीआइडी ने अपने स्तर से जांच की़ सीआइडी मुख्यालय के एसपी ने मामले का सुपरविजन किया और 14 बिंदुओं पर जांच का आदेश दिया है. सुपरविजन रिपोर्ट के दो महीने बीत जाने के बाद भी इसमें कोई सुराग नहीं मिला है़
दर्ज प्राथमिकी के आधार पर सीआइडी एसपी ने केस का सुपरविजन किया है और 14 बिंदुओं पर जांच का आदेश दिया है़ जिन 14 बिंदुओं पर जांच किया जाना था, उसमें अज्ञात अपराधियाें का पता लगा कर जांच करने और गिरफ्तार करने व कुर्की जब्ती की कार्रवाई करने, प्राप्त तथ्यों की जांच, परिवार वालों का मोबाइल नंबर, डिलेटेड डाटा, फेसबुक का मैसेज आदि पुन: केंद्रीय फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी हैदराबाद से जांच कराने, डीएनए रिपोर्ट प्राप्त करने, मृतिका के बहन, बहनोई उनके दोस्तों का बयान लेने, गुप्तचरों के माध्यम से आरोपियों का पता लगाने सहित 14 बिंदुओं पर जांच करने आदेश दिया गया है़.
सीआइडी इंस्पेक्टर सह मामले के अनुसंधानक को इस पर त्वरित कार्रवाई कर जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है़ बताया जाता है कि परिवार के सदस्य सहित अन्य लोगों से पूछताछ कर सीआइडी ऑफिसर मामले का पटाक्षेप करने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि उन्हें हर प्रकार की मदद नहीं मिल रही है, जिस कारण सीआइडी भी मामले के निष्कर्ष तक नहीं पहुंच पा रही है़