उन्होंने मक्का से रांची फोन कर सदस्य सह प्रवक्ता खुर्शीद हसन रूमी को बताया कि राज्य के लोग ठीक-ठाक हैं अौर इबादत में लगे हुए हैं. उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है. हज पर गये राज्य के लोगों ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस भी मनाया था अौर तिरंगा भी लहराया था.
मालूम हो कि इस महीने की 29 तारीख से सितंबर की दो तारीख तक हज के मुख्य अरकान होंगे. वे लोग अभी से ही इसकी तैयारियों में लग गये हैं. सऊदी सरकार की अोर से उनके लिए बेहतर इंतजाम किये गये हैं, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो. आजमीनों को हज के लिए 29 अगस्त को मीणा ले जाया जायेगा और 31 अगस्त को आराफात में हाजिरी लगायेंगे. यह उनके लिए मुख्य दिन है. इस दिन वे दिन भर यहां रहकर नमाज पढ़ेंगे अौर इबादत करेंगे. इस दिन की हाजिरी लगने के बाद वे हाजी बन जायेंगे.
वहां से शाम में मुजदलफा चले जायेंगे. वहां पूरी रात इबादत करने के बाद फज्र की नमाज पढ़ कर वापस मीणा आयेंगे. यहां वे जमरात (शैतान) को कंकड़ मारेंगे अौर कुर्बानी करेंगे. इसके बाद वे बाल मुड़वायेंगे अौर तवाफे जियारत के लिए मक्का चले जायेंगे. वहां यह अरकान पूरा होने के बाद फिर मीणा आ जायेंगे. यहां वे लोग फिर शैतान को कंकड़ मारेंगे. इसी के साथ उनका हज समाप्त हो जायेगा. उसके बाद से वे लोग तवाफ व जियारत में लगे रहेंगे.