घनुडीह/लोदना. 50 घंटे से ज्यादा बीतने के बाद भी मोहरीबांध के प्रभावितों को जिला प्रशासन व बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा लोगों को पुनर्वास नहीं किया जा सका. प्रभावितों ने सोमवार दोपहर एक बजे स्थायी पुनर्वास को लेकर झरिया बलियापुर मार्ग को फिर जाम कर दिया. साथ ही कुजामा कांटा घर व सीके साइडिंग का ट्रांसपोर्टिंग कार्य ठप कर दिया.
इससे बीसीसीएल का डिस्पैच बाधित हो गया. प्रशासन व प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. जाम के दौरान प्रभावितों का घनुडीह ओपी प्रभारी पीसी यादव व अन्य पुलिस कर्मियों के साथ नोक झोंक भी हुई. प्रभावितों ने बताया कि तीन दिन से भय के माहौल में महिला, पुरुष व बच्चे घर का सामान निकाल कर सड़क किनारे खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं. लगातार दरार बढ़ रहा है. गैस रिसाव से जीना दुभर हो गया है.
वरीय प्रशासन व बीसीसीएल प्रबंधक मूकदर्शक होकर तमाशा देख रहा है. बीसीसीएल कर्मियों को तिसरा अस्पताल के पास नव निर्मित आवास में शिफ्ट कर दिया गया. लेकिन गरीब असंगठित प्रभावितों के परिवार का भविष्य व आशियाना की चिंता किसी को नहीं है. सोमवार दोपहर को लोदना महाप्रबंधक कल्याणजी प्रसाद भी मोहरीबांध पहुंचे. कहा कि बीसीसीएल कर्मियों के आवास को डोजरिंग करा दिया जायेगा. प्रभावितों के लिए कुछ भी पहल किये बगैर वापस कार्यालय चले गये.