उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य विकास की धारा को गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है. हमारी पंचायती राज व्यवस्था स्वशासन का माध्यम बने. इस दिशा में सरकार काम कर रही है. सबको सुरक्षा देने की जिम्मेवारी सरकार की है. भटके हुए लोग मुख्य धारा में जुड़ें और शांति से जीवन यापन करें. किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है. कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. झारखंड में उग्रवादी घटनाओं में पिछले वर्ष की तुलना में कमी आयी है. ग्लोबल इंवेस्टर समिट के दौरान विभिन्न प्रक्षेत्रों में 200 से ज्यादा एमओयू पर हस्ताक्षर हुए. इससे राज्य में लगभग तीन लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश संभावित है. इससे लगभग छह लाख स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेंगे.
उन्होंने कहा कि एमओयू केवल फाइलों की शोभा बढ़ाने के लिए नहीं किये गये हैं. उन्हें जमीनी तौर पर साकार भी करना है. 18 मई 2017 को खेलगांव में आयोजित कार्यक्रम में 18 कंपनियों का शिलान्यास एवं तीन कंपनियों का शुभारंभ किया गया. इन परियोजनाओं में 710 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है,जिससे 21000 से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा. आने-वाले दिनों में अन्य परियोजनाओं को भी धरातल पर उतारने के लिए सरकार कृतसंकल्प है.
- आठ बज कर 53 मिनट पर सीएम पहुंचे
- भारत माता की जय के साथ मुख्यमंत्री ने भाषण शुरू किया
- अधिकारियों, सांसद, विधायक व सैन्य अफसरों के बैठने की व्यवस्था अलग-अलग थी
- टाना भगतों ने घंटा बजा कर मुख्यमंत्री का समारोह स्थल पर किया स्वागत
- समारोह के मुख्य मंच पर मुख्यमंत्री के भाषण के लिए दो मंच बनाये गये थे
- गहनता से जांच के बाद लोगों को समारोह में शामिल होने की अनुमति दी जा रही थी
- पद्मश्री सिमोन उरांव को भी मुख्य द्वार पर जांच के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दी गयी