इसके अलावा श्री राय ने विभागीय सचिव और निदेशक को निर्देश दिया है कि वे जिला उपायुक्तों और जिला आपूर्ति पदाधिकारियों को प्याज के थोक एवं खुदरा मूल्य में अंतर वाजिब करने के लिए आढ़तियों से बात करें और यदि कोई मूल्य में कृत्रिम बढ़ोतरी की साजिश कर रहा है और अस्थायी जमाखोरी कर रहा है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करें.
श्री राय ने झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विनय अग्रवाल से भी प्याज की कीमतों को बढ़ने से रोकने में सहयोग करने का आग्रह किया है. श्री अग्रवाल ने बताया कि रांची के थोक बाजार में 22.23 रुपये प्रति किलो की दर पर पर्याप्त प्याज उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में बारिश और मध्य प्रदेश में सरकार द्वारा किसानों से भारी मात्रा में प्याज खरीद लेने और रख-रखाव की कमी के कारण प्याज बरबाद हो जाने के कारण मूल्य में बढ़ोतरी हुई है. इस पर मंत्री ने कहा है कि थोक में 22.23 रुपये किलो और खुदरा में 35.40 रुपये किलो के दाम में भारी अंतर है.