रांची : सूचना भवन के पांचवें तल्ले पर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) रांची में सोमवार की सुबह आग लग गयी. इससे संस्थान के एकाउंट्स विभाग के सारे दस्तावेज व सामान जल गये. वहीं एक कक्षा पूरी तरह नष्ट हो गयी. इस कक्षा के सारे सामान जल गये. दमकल कर्मियों ने छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया़ आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जाता है.
आग लगने से 90 स्टूडेंट्स के बैठने की एक कक्षा और लेखा शाखा के सभी दस्तावेज जल कर खाक हो गये. कक्षा की सारी कुर्सी, ऑडियो विजुअल उपकरण, प्रोजेक्टर, एलसीडी, कंप्यूटर आदि जल गये. वहीं एकाउंट्स विभाग में अलमारी, सभी रिसिप्ट, कंप्यूटर, नेटवर्किंग सिस्टम, प्रिंटर, सारी संचिकाएं व सारे रिकार्ड जल गये. इस अगलगी की घटना में एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. सुबह में कक्षाएं नहीं होने की वजह से बड़ी घटना टल गयी. यहां पर प्रत्येक दिन कक्षाएं चलती हैं. घटना के बाद सोमवार को सारी कक्षाएं स्थगित कर दी गयीं.अग्निशमनकर्मी पीके सिंह ने बताया कि सुबह छह बजे धुआं उठने और शीशा टूटने की आवाज से हमलोग हरकत में आये. थोड़ी और देर होती, तो अधिक नुकसान हो सकता था.
सुबह आठ बजे दी गयी निदेशक को जानकारी : सुबह छह बजे सुरक्षाकर्मियों ने आग लगने की घटना की जानकारी अपनी एजेंसी को दी. सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से सुबह आठ बजे आइआइएम के निदेशक प्रो शैलेंद्र सिंह और अन्य को इस बारे में जानकारी दी गयी. आग लगने के बाद से सूचना भवन की बिजली एहतियात के तौर पर काट दी गयी थी. यहां पर आइआइएम का प्रशासनिक मुख्यालय, पांच कक्षाएं, एक प्रेक्षागृह, कैंटीन और अन्य कार्यालय हैं. सूचना भवन के चौथे तल्ले पर राज्यपाल सचिवालय तथा दूसरे और तीसरे तल्ले पर राज्य सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग के कार्यालय हैं.
विशेष जांच टीम बनायी जायेगी : प्रो शैलेंद्र सिंह : आइआइएम के निदेशक प्रो शैलेंद्र सिंह ने कहा है कि आग लगने के अन्य कारणों का पता भी लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि फिलहाल सरकार अपने स्तर से इसकी जांच करायेगी. इस घटना से संस्थान को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. उन्होंने कहा कि फिलहाल सैटेलाइट ऑफिस और यहां की चार कक्षा में नियमित रूप से कक्षाएं संचालित होंगी. उन्होंने कहा कि अग्निशमन विभाग के विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक आंतरिक जांच समिति बनायी जायेगी. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के सचिव और अन्य अधिकारियों को अगलगी की घटना की जानकारी दे दी गयी है. संस्थान की कक्षाओं में किसी तरह का व्यवधान न पड़े, इसके वैकल्पिक उपाय भी कर लिये गये हैं. संस्थान के प्रशासक (जो लंदन गये हुए हैं) की छुट्टी तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गयी है. उन्होंने कहा कि यह घटना दुखद है. इससे संस्थान के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जल गये हैैं.
राज्यपाल के प्रधान सचिव ने घटना स्थल का किया दौरा : राज्यपाल के प्रधान सचिव संतोष कुमार सतपथी ने सूचना भवन जाकर स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने आइआइएम निदेशक से बातचीत भी की. उन्होंने इस घटना से हुए नुकसान का आकलन करने की बात कही.
अाग बुझाने के संयंत्र का समुचित उपयोग नहीं
सूचना भवन शहर की एक बेहतर सरकारी इमारत है. 45 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से इस पांच मंजिली इमारत का निर्माण भवन निर्माण विभाग की ओर से कराया गया है, लेकिन इस बिल्डिंग में आग बुझाने के लिए लगाये गये सारे संयंत्र काम नहीं कर रहे हैं.
सोमवार को इस भवन के पांचवें तल्ले पर स्थित आइआइएम में आग लग गयी. इस दौरान न तो पाइप काम आया और न ही छोटे पानी के पाइप का उपयोग हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वर्षों से इनका उपयोग नहीं हुआ है. सूचना भवन में राज्यपाल सचिवालय, सूचना और जनसंपर्क विभाग, भारतीय प्रबंधन संस्थान का प्रशासनिक कार्यालय, कैफेटेरिया व क्लास रूम के अलावा अन्य कार्यालय हैं. इस भवन के हरेक फ्लोर में आग बुझाने के संयंत्र लगे हैं, पर सोमवार को आइआइएम की कक्षा में लगी आग के दौरान उसका उपयोग ही नहीं किया गया. फोम सिलिंडर भी सभी किनारों पर लगे हुए हैं. उस पर एक्सपाइरी तिथि 30 सितंबर 2017 अंकित थी. फायर फाइटिंग मशीन के लिए सभी फ्लोर में लगे पाइप और कपड़ों के पाइप वाला बॉक्स भी आज तक नहीं खुला है.
सूत्रों ने बताया कि फायर फाइटिंग मशीन और पंप का मोटर तकनीकी खराबी की वजह से पिछले कई दिनों से खराब है. आग लगने के लिए पर्याप्त पानी का भंडारण भी भवन में नहीं है. इस कारण अग्निशमन विभाग को दूसरी जगहों से पानी लाना पड़ा. सूचना भवन में मुख्य सीढ़ी के अलावा दोनों तरफ दो सीढ़ियां हैं, जिसमें से एक हमेशा बंद ही रहती है.