उन्होंने कहा कि झारखंड में 32 प्रतिशत राजपूतों की संख्या है, जिनकी राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए. समाज ने राजा भैया और अमर सिंह को बचाया. जब हम पर विपत्ति आयी है, तो समाज के लोग क्यों नहीं आगे आयेंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली के रामलीला मैदान में समाज की शस्त्र रैली 10 दिसंबर को होगी. झारखंड से उन्होंने अधिक भागीदारी की अपील की. आर्थिक मदद से संगठन को खड़ा करना होगा. वीर कुंवर सिंह विवि के पूर्व कुलपति डॉ सुरेश सिंह ने कहा कि राजपूतों का पौरुष और बल कभी कम नहीं होता है. बीएसएमडीसी के पूर्व एमडी डीके सिंह ने कहा कि बच्चों को बढ़ाने और उन्हें संस्कार देने की जरूरत है. पूर्व मंत्री कमलेश सिंह ने कहा कि राजपुतों का एक बड़ा सम्मेलन मोरहाबादी में आयोजित करने की जरूरत है. सभा को राजश्री, रांची जिलाध्यक्ष विनय कुमार सिंह, विपिन सिंह, मृत्युंजय कुमार सिंह, संजय सिंह राठौर समेत अन्य ने संबोधित किया. संचालन डॉ पूनम चौहान ने किया.
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हुंकार: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा का सम्मेलन, कुंवर अजय सिंह ने कहा समाज के लोगों को आंख दिखाने वालों के खिलाफ उठायेंगे बंदूक
रांची: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर अजय सिंह ने रांची में घोषणा की है कि समाज के लोगों को आंख दिखानेवालों के खिलाफ वे बंदूक तक उठायेंगे. उन्होंने कहा कि हमें एकजुट होने की जरूरत है. जिस दिन क्षत्रिय समाज जागृत हो जायेगा, उस दिन मलेच्छों का शासन समाप्त हो जायेगा. उन्होंने […]
रांची: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर अजय सिंह ने रांची में घोषणा की है कि समाज के लोगों को आंख दिखानेवालों के खिलाफ वे बंदूक तक उठायेंगे. उन्होंने कहा कि हमें एकजुट होने की जरूरत है. जिस दिन क्षत्रिय समाज जागृत हो जायेगा, उस दिन मलेच्छों का शासन समाप्त हो जायेगा. उन्होंने कहा कि तलवार की ताकत से नहीं, कलम की ताकत से समाज को नयी राह दिखाने की जरूरत है. श्री सिंह रविवार को हटिया सामुदायिक भवन में आयोजित महासभा के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि झारखंड में 32 प्रतिशत राजपूतों की संख्या है, जिनकी राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए. समाज ने राजा भैया और अमर सिंह को बचाया. जब हम पर विपत्ति आयी है, तो समाज के लोग क्यों नहीं आगे आयेंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली के रामलीला मैदान में समाज की शस्त्र रैली 10 दिसंबर को होगी. झारखंड से उन्होंने अधिक भागीदारी की अपील की. आर्थिक मदद से संगठन को खड़ा करना होगा. वीर कुंवर सिंह विवि के पूर्व कुलपति डॉ सुरेश सिंह ने कहा कि राजपूतों का पौरुष और बल कभी कम नहीं होता है. बीएसएमडीसी के पूर्व एमडी डीके सिंह ने कहा कि बच्चों को बढ़ाने और उन्हें संस्कार देने की जरूरत है. पूर्व मंत्री कमलेश सिंह ने कहा कि राजपुतों का एक बड़ा सम्मेलन मोरहाबादी में आयोजित करने की जरूरत है. सभा को राजश्री, रांची जिलाध्यक्ष विनय कुमार सिंह, विपिन सिंह, मृत्युंजय कुमार सिंह, संजय सिंह राठौर समेत अन्य ने संबोधित किया. संचालन डॉ पूनम चौहान ने किया.
गुमला, पलामू, सिमडेगा, लोहरदगा में क्षत्रियों की स्थिति ठीक नहीं : प्रवीण सिंह : सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण सिंह ने कहा है कि झारखंड के सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा, पलामू में क्षत्रिय परिवारों की स्थिति ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि नौजवानों की सही परवरिश नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि राजपुत परिवार के बच्चे आइएएस, आइपीएस और राजनेता क्यों नहीं बन रहे हैं. इसके लिए जरूरत है शिक्षा, सामाजिक बदलाव. यह तलवार की ताकत से नहीं, कलम की ताकत से संभव होगा.
राजनीतिक रूप से मजबूत होना होगा : प्रतुल शाहदेव : प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि हमारे बलिदान से ही शासकों ने देश में राज किया है. उन्होंने कहा कि हमारी कमजोरी है कि हम संगठित नहीं हो पाते हैं. हमें राजनीतिक रूप से मजबूत होकर स्थिति में परिवर्तन लाना होगा. इसके लिए एक शुरुआत करनी होगी. सभी को आगे आना होगा. अपने पूर्वजों और ऐतिहासिक उपलब्धियों का फिर से अवलोकन करना होगा.
2000 में 14 थे, अब एक पर पहुंच गये हैं : भानू प्रताप
विधायक भानू प्रताप शाही ने सम्मेलन में कहा कि क्षत्रियों की राजनीतिक ताकत झारखंड में कम हो रही है. 2000 में विधानसभा में हमारी संख्या 14 थी. आज मैं सिर्फ अकेला क्षत्रिय विधायक हूं. उन्होंने कई चूभते सवाल खड़े किये. उन्होंने कहा कि जब मैं कारावास की सजा काट रहा था, तो कोई मुझसे मिलने नहीं आया. मैंने अपने मंत्रित्व काल में समाज के 25 सौ युवक, युवतियों को एएनएम, कंप्यूटर आपरेटर और अन्य पदों पर बहाल कराया.
हमने हर शासन में कुर्बानी दी है : अवधेश सिंह
बिहार के पूर्व मंत्री अवधेश सिंह ने कहा कि क्षत्रियों का राज लालकिला तक था. कुरबानी भी हमने हर शासन में दी है. हमें संगठित होने से रोका जा रहा है. हमारे इतिहास को मिटाने की साजिश हो रही है. अब सत्ता में भागीदारी से ही यह विवशता दूर करनी होगी. उन्होंने कहा कि अब संगठित होने का समय आ गया है. एक गरीब क्षत्रीय की मदद करने का समय आ गया है.
सामाजिक बुराइयों का खात्मा करने के लिए बाहर निकलना होगा : महासभा के राष्ट्रीय महासचिव सूर्यकांत सिंह ने कहा कि सामाजिक बुराईयों को समाप्त करने के लिए हमें आगे आना होगा. हम सामाजिक अपमान सह कर ही भविष्य में आगे बढ़ सकेंगे. क्षत्रियों के एकजुट होने का समय आ गया है. सबको साथ लेकर चलना होगा, चाहे वो गरीब हो या अमीर.
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