लोगों ने कहा कि विगत वर्षों में दो-दो बार जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है. अब ऐसे कई लोग हैं जिनकी जमीन अधिग्रहित करने पर उनकी आजिविका पर असर पड़ेगा. ज्ञात हो कि इस संबंध में रैयतों ने बैठक कर समिति का गठन किया था, समिति ने 15 अप्रैल 2017 को एक प्रतिवेदन स्थानीय विधायक सह नगर विकास मंत्री सीपी सिंह को दिया गया था. मंत्री ने आश्वासन भी दिया था किसी की जमीन जबरदस्ती नहीं ली जायेगी. इस बारे में वे जल्द ही मुख्यमंत्री से भी बात करनेवाले हैं.
बैठक में लाल समीर नाथ शाहदेव, सुनील अग्रवाल, शंभू चूड़ीवाला, राजकुमार गुप्ता, संजीत कुमार गुप्ता, कन्हैया, विकास कुमार, धर्मचंद रारा, संदीप कनोडिया, मनीष जालान, रमेश शर्मा, निर्भय शर्मा, विकास वर्मा, ओमप्रकाश गुप्ता, रविंद्र मोदी, विमल, रविंद्र चौधरी व राजू चौधरी आदि मौजूद थे.