यह कार्रवाई अब तक पूरी नहीं की गयी है. इस संबंध में कई बार प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों को रिमाइंडर भी दिया गया. जिले भर में पारा शिक्षकों की स्थिति पर सरकार को अब तक रिपोर्ट नहीं दी गयी.
इसके लिए उन्होंने एक फाॅरमेट भी पदाधिकारियों को दिया है. इसमें संकुल का नाम, पारा शिक्षकों की संख्या, पारा शिक्षकों के इंटरमीडिएट तक उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र के अलावा जेटेट, स्नातक और पीजी की डिग्री तक के दस्तावेज भी मांगे गये हैं. अब तक हुए प्रमाण पत्रों की जांच की स्थिति, जांच की अंतिम तिथि का ब्योरा भी देने को कहा गया है.