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पांच कोल ब्लॉक से इस वर्ष के अंत तक उत्पादन
रांची : झारखंड में स्थित पांच नये कोल ब्लॉक से इस वर्ष के अंत तक उत्पादन आरंभ हो जायेगा. खान विभाग द्वारा पिछले दिनों की गयी समीक्षा बैठक में यह बात सामने आयी है. ऐसे कोल ब्लॉक को ए केटेगरी में रखा गया है, जो इस वर्ष के अंत तक चालू हो जायेंगे. विभाग द्वारा […]
रांची : झारखंड में स्थित पांच नये कोल ब्लॉक से इस वर्ष के अंत तक उत्पादन आरंभ हो जायेगा. खान विभाग द्वारा पिछले दिनों की गयी समीक्षा बैठक में यह बात सामने आयी है. ऐसे कोल ब्लॉक को ए केटेगरी में रखा गया है, जो इस वर्ष के अंत तक चालू हो जायेंगे. विभाग द्वारा लगातार इन कोल ब्लॉक की समीक्षा की जा रही है. जहां भी बाधा की स्थिति आ रही है, उसे दूर किया जा रहा है.
एनटीपीसी और अडाणी के कोल ब्लॉक भी होंगे चालू : पांच कोल ब्लॉक में एनटीपीसी के दो कोल ब्लॉक चट्टी बरियातू साउथ व केरनडारी शामिल हैं. वहीं अडाणी पावर को आवंटित जीतपुर, जेएसडब्ल्यू के मोइत्रा व एस्सार का तोकीसुद नोर्थ कोल ब्लॉक हैं, जिनकी प्रक्रिया अंतिम चरणों में है. अडाणी के जीतपुर कोल ब्लॉक व जेएसडब्ल्यू के मोइत्रा कोल ब्लॉक का वन एवं पर्यावरण मंत्रालय का स्टेज टू क्लीयरेंस भी अंतिम चरणों में है. क्लीयरेंस होते ही कोल ब्लॉक से उत्पादन की प्रक्रिया आरंभ हो जायेगी.
मिलेंगे 20 हजार लोगों को रोजगार के अवसर : बताया गया कि इन पांच कोल ब्लॉक से उत्खनन अारंभ होना है. इससे क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर खुलेंगे. एक कोल ब्लॉक में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से औसतन चार हजार लोगों को रोजगार मिलता है. यानी पांच कोल ब्लॉक के आरंभ होने पर लगभग 20 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. कोल ब्लॉक आरंभ होने के बाद डंफर चालक से लेकर छोटे-मोटे दुकानें भी रोजगार की श्रेणी में ही गिनती किये जाते हैं.
मुख्यमंत्री के स्तर पर लगातार हो रही है मॉनिटरिंग : बर्णवाल
उद्योग एवं खान विभाग सह मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार बर्णवाल ने कहा कि हमलोग कोशिश कर रहे हैं कि कंपनी की जो भी आवश्यकता है चाहे वह फॉरेस्ट या इनवायरमेंट का हो या लैंड एक्वीजीशन या लैंड परचेज का, इसे क्लीयर कर खदान को जल्द से जल्द चालू किया जा सके, ताकि कोल ब्लॉक से उत्पादन आरंभ हो. इसकी उच्चस्तरीय माॅनिटरिंग हो रही है. मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व केंद्रीय कोयला सचिव के स्तर पर मॉनिटरिंग होती है. मैं खुद भी हर महीने कोयला की समीक्षा करता हूं. वहीं कंपनियों को भी समानांतर रूप से अपनी अन्य प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसका परिणाम है कि एडवांस स्टेज में कुछ कोल ब्लॉक आ गये हैं, जो वर्ष के अंत तक उत्पादन आरंभ कर देंगे. कोशिश यही है कि अन्य विभागों के यहां जो भी मामला लंबित है, उसका जल्द से जल्द निस्तारण हो सके. मुख्यमंत्री लगातार कोल ब्लॉक को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहते हैं.
24 कोल ब्लॉक में 17 को चालू कराना चुनौती
झारखंड में केंद्र सरकार द्वारा नीलामी व आवंटन के आधार पर दिये गये कुल 24 कोल ब्लॉक हैं. पर इनमें से अबतक दो कोल ब्लॉक से ही उत्पादन आरंभ हो सका है. एक एनटीपीसी का पकरी बरवाडीह है व दूसरा हिंडाल्को का कठोतिया कोल ब्लॉक. ए केटेगरी में रखे गये पांच कोल ब्लॉक से इस वर्ष के अंत तक उत्पादन होने लगेगा. पर 17 कोल ब्लॉक को चालू कराना आज भी सरकार के लिए चुनौती भरा कदम है. खासकर वो कोल ब्लॉक, जो नीलामी के पूर्व चालू थे पर आज बंद हैं. एक अप्रैल 2015 के पूर्व उत्पादन कर रहे पांच कोल ब्लॉक में से चार से अबतक दोबारा उत्पादन नहीं हो सका. इसका साइड इफेक्ट यह हुआ कि इन कोल ब्लॉक में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व से काम कर रहे लगभग 16 हजार से अधिक लोग बेरोजगार हो गये हैं.
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