इसका मूल कारण है समय पर बारिश नहीं होना. प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश श्रीवास्तव ने जिला को रिपोर्ट भेज कर 20 जुलाई तक रातू प्रखंड क्षेत्र में धान की रोपाई की स्थिति से अवगत कराया है.
रिपोर्ट के अनुसार रातू पश्चिमी में 3.5 फीसदी, पुरियो, तारुप, रातू पूर्वी में तीन फीसदी, पाली में 2.8 फीसदी, लहना, गुडू, रातू दक्षिणी, सिमलिया, फुटकल टोली में 2.5 फीसदी, हुरहुरी, बानापीड़ी, बिजूलिया, तिगरा, रातू उत्तरी, कमड़े, चटकपुर में दो फीसदी व बाजपुर में 1.5 फीसदी धान की रोपाई हो पायी है. अब बिचड़ा का भी समय निकलता जा रहा है. 20 से 25 दिनों के अंदर बिचड़ा की रोपाई हो जाने से उपज अच्छी होती है. जबकि बिचड़ा एक महीने से ऊपर का हो गया है. भाजयुमो के प्रदीप महतो ने बीडीओ को ज्ञापन सौंप कर किसानों के बीच राहत कार्य चलाने की मांग की है.