स्वामी स्मरणानंद का जन्म वर्ष 1929 में तमिलनाडु के तनजौर जिले के अंदामी गांव में हुआ था. 20 वर्ष की उम्र में आश्रम के मुंबई केंद्र द्वारा उनका संपर्क आश्रम से हुआ. उन्होंने 1952 में साधू जीवन शुरू किया. उन्हें स्वामी शंकरानंद जी द्वारा मंत्र दीक्षा प्रदान की गयी. वर्ष 1956 में स्वामी शंकरानंद द्वारा उन्हें ब्रह्मचर्य प्रतिज्ञा भी दी गयी. 1960 में उन्होंने स्वामी स्मरणानंद के नये नाम से संन्यास ग्रहण किया. वर्ष 1976 में उनका स्थानांतरण शारदापीठ स्थित एक शिक्षण संस्थान में किया गया.
उनके 15 वर्षों के कार्यकाल में शारदापीठ आश्रम में अभूतपूर्व उन्नति हुई. उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ वर्ष 1978 के पश्चिम बंगाल में आये भीषण बाढ़ में फंसे लोगों के लिए राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. दिसंबर 1991 में इनका स्थानांतरण रामकृष्ण मठ चेन्नई में किया गया. इसके बाद वर्ष 2007 में ही इन्हें रामकृष्ण मठ व रामकृष्ण मिशन के उपाध्यक्ष का पदभार सौंपा गया. इन्होंने भारतवर्ष के कई स्थानाें का भ्रमण किया, कई रचनाएं भी लिखीं व श्रद्धालुओं को मंत्र दीक्षा भी प्रदान किया.