सरकार काे यह प्रस्ताव 21 अगस्त से पहले एमसीआइ को भेज देनी है. रिम्स प्रबंधन व सरकार इस साल हर हाल में इस कोर्स को शुरू करना चाहती है, इसलिए समय से पूर्व ही प्रस्ताव तैयार कर इसे विभाग को सौंप दिया गया है. अगर एमसीआइ अनुमति देती है, तो अगले सत्र से नियोनेटोलॉजी में डीएम की दो सीटों पर पढ़ाई शुरू हो जायेगी.
Advertisement
रिम्स : नियोनेटोलॉजी में डॉक्टरेट की जगी उम्मीद
रांची : रिम्स के शिशु रोग विभाग में डॉक्टरेट इन मेडिसिन (नियोनेटोलॉजी) की पढ़ाई शीघ्र शुरू होने की उम्मीद जगी है. रिम्स प्रबंधन ने सोमवार को नये सिरे से प्रस्ताव तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया. अब सरकार इस प्रस्ताव को एमसीआइ के पास भेजेगी. एमसीआइ की टीम निरीक्षण के बाद नियोनेटोलॉजी में डॉक्टरेट […]
रांची : रिम्स के शिशु रोग विभाग में डॉक्टरेट इन मेडिसिन (नियोनेटोलॉजी) की पढ़ाई शीघ्र शुरू होने की उम्मीद जगी है. रिम्स प्रबंधन ने सोमवार को नये सिरे से प्रस्ताव तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया. अब सरकार इस प्रस्ताव को एमसीआइ के पास भेजेगी. एमसीआइ की टीम निरीक्षण के बाद नियोनेटोलॉजी में डॉक्टरेट की पढ़ाई शुरू करने की अनुमति देगी.
शिशु सर्जरी में भी शुरू होगी एमसीएच की पढ़ाई : रिम्स के शिशु सर्जरी में डॉक्टरेट इन पीडियेट्रिक्स सर्जरी (एमसीएच) की चार सीटों की पढ़ाई का प्रस्ताव भी एमसीआइ को भेजा जायेगा. शिशु सर्जरी विभाग की ओर से काफी समय पहले ही प्रस्ताव तैयार कर रांची विश्वविद्यालय को भेजा गया था, लेकिन वहां प्रस्ताव की फाइल ही गुम हो गयी. शिशु सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विकास कुमार ने बताया कि डुप्लीकेट फाइल तैयार कर दुबारा विश्वविद्यालय को दिया गया है. वहां से एनओसी मिलते ही सरकार को प्रस्ताव दे दिया जायेगा. 21 अगस्त तक प्रस्ताव एमसीआइ तक पहुंच जायेगी, तो एमसीएच की पढ़ाई अगले सत्र से शुरू हो जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement