पूजा करने के बाद वे लोग मंदिर के समीप किसी फूटपाथ दुकान में बैठ कर चाय-बिस्कुट खा रहे थे. अचानक उसे शौच का अहसास हुआ. दुकानदार ने अपने घर के शौचालय में भेज दिया. वहीं वीरेंद्र शौचालय में ही गिर पड़ा था.
काफी देर तक शौचालय से वह नहीं निकला, तो परिजनों ने शौचालय का दरवाजा खटखटाया. अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर शौचालय का दरवाजा तोड़ कर वीरेंद्र को निकाला गया. स्थानीय लोगों की मदद से उसे सदर अस्पताल लाया गया है. अस्पताल के डॉक्टर ने वीरेंद्र को मृत घोषित करते हुए सूचना नगर थाना को भेज दी है. समाचार लिखे जाने तक पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी थी.