शिक्षकों के मानदेय में इपीएफ की कटौती के मद्देनजर बढ़ोतरी की गयी है. स्नातक कोर्स में कार्यरत वैसे शिक्षक, जिन्हें प्रतिमाह 20 हजार रुपये मिलते हैं, उनका मानदेय अब 26 हजार रुपये होगा है. हालांकि इन शिक्षकों के मानदेय से 24 प्रतिशत(6,240) इपीएफ के रूप में काटे जायेंगे. इस तरह इन शिक्षकों को अब हाथ में कुल 19,760 रुपये मिलेंगे.
पीजी वोकेशनल कोर्स में वैसे शिक्षक, जिन्हें प्रतिमाह 25 हजार रुपये मिलते हैं, उनका मानदेय अब 31 हजार रुपये कर दिया गया है. हालांकि इपीएफ के रूप में इनके मानदेय से 7,440 रुपये की कटौती की जायेगी. यानी इन शिक्षकों को हाथ में कुल 23,505 रुपये मिलेंगे. इंस्टीट्यूट अॉफ मैनेजमेंट स्टडीज (आइएमएस) में कार्यरत वैसे शिक्षक जिनका मानदेय 30 हजार रुपये है, उन्हें अब 36 हजार रुपये मिलेंगे, लेकिन इपीएफ के रूप में 8,640 रुपये की कटौती कर ली जायेगी. इन शिक्षकों काे हाथ में अब 27, 360 रुपये मिलेंगे. काउंसिल की बैठक में वोकेशनल कोर्स में कार्यरत कंप्यूटर अॉपरेटर का मानदेय प्रतिमाह 10 हजार रुपये से बढ़ा कर 12 हजार रुपये कर दिया गया है. वहीं तृतीय वर्ग के कर्मचारी का मानदेय 8,060 रुपये से बढ़ा कर 9,300 रुपये अौर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का मानदेय 5,850 रुपये से बढ़ा कर 6,600 रुपये किया गया है.
बैठक में विवि अंतर्गत तीन अॉटोनोमस कॉलेज में वोकेशनल मद में संबंधित कॉलेज को एक वर्ष के लिए मानदेय की राशि स्वीकृत कर दी गयी. इसके तहत रांची वीमेंस कॉलेज के लिए एक करोड़ 24 लाख सात हजार 929 रुपये, मारवाड़ी कॉलेज के लिए एक करोड़ 42 लाख 22 हजार 800 रुपये अौर रांची कॉलेज के लिए एक करोड़ 23 लाख 16 हजार 768 रुपये की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि विवि अंतर्गत चल रहे बीएड कोर्स अब डीएसडब्ल्यू सेक्शन से हट कर काउंसिल फॉर वोकेशनल स्टडीज के जिम्मे रहेगा.
बीएड कोर्स से संबंधित सभी कार्य अब काउंसिल के माध्यम से संचालित होंगे. बैठक में प्लेसमेंट सेल के लिए सात लाख 10 हजार रुपये की स्वीकृति दी गयी.बैठक में प्रतिकुलपति प्रो कामिनी कुमार, वित्त परामर्शी एस मुखोपाध्याय, रजिस्ट्रार डॉ अमर कुमार चौधरी, वोकेशनल काउंसिल को-अॉर्डिनेटर डॉ अशोक कुमार चौधरी, परीक्षा नियंत्रक डॉ आशीष कुमार झा, वोकेशनल सहायक को-अॉर्डिनेटर डॉ मुकुंद चंद्र मेहता सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे.