रातू : कमड़े बाबा का 39वां निर्वाण दिवस रविवार को धूमधाम से मनाया जायेगा. इस अवसर पर कमड़े बाबा आश्रम में भंडारा का आयोजन होगा. रांची-लोहरदगा पथ स्थित कमड़े में कमड़े बाबा का समाधि स्थल है. यहां झारखंड समेत अन्य राज्यों से भी लोग आते हैं.
कहा जाता है कि यहां मांगलिक कार्य करने से कष्टों का निवारण होता है. क्षेत्र के लोगों का मानना है कि कमड़े बाबा 1948-49 में बंगाल से तत्कालीन डीसी के आवास पर कुछ दिन ठहरे थ़े उनके प्रति लोगों की आस्था बढ़ती गयी. उनसे प्रभावित होकर लोग कमड़े बाबा का शिष्य बनने लग़े शिष्यों के आग्रह पर कमड़े में नदी किनारे साढ़े नौ एकड़ जमीन में आश्रम का निर्माण कराया गया.
आश्रम बनने के बाद पहले नवरात्र में बाबा नौ दिनों तक समाधि लगा कर रह़े उसके बाद यहां शिव मंदिर और महावीर मंदिर का निर्माण किया गया. आश्रम में बाबा बिना बाहरी उपचार के लोगों के कष्ट का निवारण करते थ़े बाबा ने अपने जीवनकाल में आश्रम के सुचारू ढंग से संचालन के लिए श्री कमड़े बाबा आश्रम ट्रस्ट का गठन किया था.
कहा जाता है कि करीब 150 वर्ष की आयु में वैशाख कृष्ण पक्ष वर्ष 1974 में बाबा ब्रह्मलीन हुए़ इसके बाद से हरेक वर्ष इस तिथि को आश्रम में भंडारा व अन्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. साथ ही आश्रम परिसर में सभी मांगलिक कार्य संपन्न कराये जाते थे.
– संजय कुमार –