रांची : राजधानी रांची की दुर्दशा का आलम यह है कि बीच शहर के एक सड़क पर आपको चलने में डर लगेगा. यह डर चोरी-डकैती या बदमाशों का नहीं है. यह डर है सरकार की उदाशीनता के कारण सड़क की स्थिति का. मोराबादी से बरियातु रोड को जोड़ने वाली सड़क हरिहर सिंह रोड की स्थिति अगर आपने देखी होगी, तो आपको कुछ और बताने की जरुरत नहीं है.
वर्षों से यह सड़क रांची के लिए एक धब्बा बना हुआ है. इस सड़क के किनारे नालियां नहीं है. पूरी सड़क ही नाले में तब्दील हो गयी है. इस सड़क पर पैदल चलना तो दूर, लोग बाइक पर सवार होकर भी नहीं पार हो पा रहे हैं. रोज कोई ना कोई बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त हो रहा है.
कई महीने पहले एक बार स्थानीय लोगों ने गोकुलधाम सोसायटी की तालाबंदी कर दी थी. लोगों को ऑफिस तक नहीं जाने दिया था. कारण वहीं था, पूरे सोसायटी का पानी सड़कों पर बहवाये जाने से सड़क नाले में तब्दील हो चुकी थी. लोगों की घेराबंदी के बाद स्थानीय विधायक सीपी सिंह और मेयर ने मामले को शांत करवाया और तुरंत ही नाली के निर्माण का आश्वासन दिया.
इस आश्वासन के परिणामस्वरुप ड्रेनेज व्यवस्था को सुधारने के लिए पाइपलाइन का काम शुरू किया गया. लेकिन यह काम कछुआ की चाल से चलता हुआ आज आठ महीनों बाद भी पूरा नहीं हो पाया. इस इलाके में रह रहे लोग अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए ऑटो रिजर्व कर रहे हैं. बरसात से पहले इस सड़क पर इतनी धूल उड़ती थी कि आसपास के सभी घर रंगीन हो गये थे.
अब जब बरसात शुरू हो चुकी है तो पूरा का पूरा सड़क ही बरसाती नाले में बदल गया है. अगर आप पैदल जाना चाहें तो घुटने तक पानी में डूबकर जाना होगा. हम तस्वीर और वीडियो के माध्यम से आपको इस सड़क का एक छोटा सा नजारा दिखाना चाहते हैं. हालांकि इस गली में कई प्रतिष्ठित लोग रहते हैं.