रांची: रिम्स के स्त्री विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ प्रीतिबाला सहाय की टीम ने लातेहार की रीतू देवी (20 वर्ष) को नयी जिंदगी दी है. रीतू देवी का बच्चा यूटेरस के बजाय एबडोमेन में पल रहा था. इससे जच्चा एवं बच्चा दोनों को खतरा था.
निजी अस्पताल के चिकित्सक द्वारा रेफर करने के बाद रिम्स की चिकित्सीय टीम ने इस चुनौती को स्वीकार किया. जच्चा व बच्चा को बचाने के लिए मंगलवार को ऑपरेशन किया गया. डॉक्टरों के अनुसार ऑपरेशन के बाद जच्चा एवं बच्चा दोनों स्वस्थ है. महिला रिम्स के स्त्री विभाग के वार्ड में भरती है.
800 ग्राम का है बच्चा
रीतू का ऑपरेशन कर एबडोमेन की सजर्री कर बच्चे को बाहर निकाला गया. बच्चे का वजन 800 ग्राम था. इसे बचाने के लिए शहर के एक निजी अस्पताल में भरती कराया गया है. महिला पूरी तरह स्वस्थ है. अगर समय पर उसकी सजर्री नहीं की जाती तो महिला व बच्चा दोनों को बचाना संभव नहीं था.