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जेपी उद्यान की जमीन को बेचने की तैयारी
रांची: जेपी उद्यान जमीन को तीन हिस्सों में घेरा गया है. सबसे पहले इस जमीन पर रास्ता बना दिया गया. उद्यान के पीछे की जमीन को बेचने के लिए इससे होकर चौड़ा रास्ता निकाल लिया गया है. इसे एक अोर से घेर भी दिया गया है. इसके बाद अभी एक सप्ताह पहले सामने से इस […]
रांची: जेपी उद्यान जमीन को तीन हिस्सों में घेरा गया है. सबसे पहले इस जमीन पर रास्ता बना दिया गया. उद्यान के पीछे की जमीन को बेचने के लिए इससे होकर चौड़ा रास्ता निकाल लिया गया है. इसे एक अोर से घेर भी दिया गया है. इसके बाद अभी एक सप्ताह पहले सामने से इस पूरी जमीन को घेर दी गयी है. पहले जमीन के सामने कुछ दिनों तक बड़े-बड़े ट्रक खड़ा करना शुरू किया. फिर अानन-फानन में तेजी से जमीन की घेराबंदी कर ली गयी. जमीन घेरने के बाद सामने से छोटी दुकानें बना ली तथा गुमटियां लगा दी. अब पीछे से इसकी घेराबंदी की तैयारी की जा रही है.
रिकॉर्ड रूम में नहीं है खतियान : इस जमीन का थाना संख्या 140 व खाता 113 है, जिसका रकबा 7.60 एकड़ है. इस जमीन का खतियान भी रिकॉर्ड रूम में उपलब्ध नहीं है. इसका खतियान फाड़ दिया गया है. विभिन्न स्तरों पर इसका खतियान निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन खाता नहीं मिल रहा है.
1977 में बना था जेपी उद्यान : वर्ष 1977 में करीब सात एकड़ की इस जमीन जेपी उद्यान की स्थापना की थी. इसमें जय प्रकाश नारायण की आदम कद प्रतिमा स्थापित की गयी थी. साथ ही वन विभाग ने उद्यान को बेहतर तरीके से विकसित किया था. एक कतार से तीन-चार कमरे बनाये गये थे. लोगों के बैठने के लिए जगह-जगह कुर्सियां लगी थीं. आसपास ही नहीं दूर-दराज से भी लोग यहां समय बिताने के लिए आते थे. इलाके के लोग रोज यहां टहलते थे.
पहले भी हुआ था घेराबंदी का प्रयास : राज्य गठन बाद इस जमीन को घेराबंदी करने का प्रयास हुआ था, लेकिन तब तत्कालीन भू-राजस्व मंत्री मधु सिंह व डीसी सुखदेव सिंह की पहल के बाद इसकी घेराबंदी नहीं हो सकी. बीच में भी एक बार कोशिश हुई, लेकिन प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद जमीन नहीं बेची जा सकी.
जमाबंदी किसकी, देखा जायेगा : जेपी उद्यान की जमीन को किस आधार पर घेरी गयी है या इसमें किसकी जमाबंदी चल रही है, इाकी जांच का निर्देश उपायुक्त ने दिया है. उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा है कि यह देखा जाये कि जमीन की प्रकृति कैसी है. यह उद्यान था, तो फिर इसके प्रकृति में बदलाव कैसे हुआ.
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