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लोगों की जरूरत को समझ चुका है वैश्विक बाजार, फूड टेक्नोलॉजी कर रहा है बाजार की मांग पूरी

रांची : ग्लोबलाइजेशन ने विश्व के बाजार को समान स्तर का बना दिया है. समय बदल रहा है. इस बदलते समय में लोगों के खानपान की आदतों में बदलाव आया है़ अब लोग डिब्बाबंदऔर पैकेज्ड फूड काे ज्यादा पसंद करते हैं. वैश्विक बाजार ने लोगों की जरूरतों काे समझा और दैनिक जीवन के योग्य तमाम […]

रांची : ग्लोबलाइजेशन ने विश्व के बाजार को समान स्तर का बना दिया है. समय बदल रहा है. इस बदलते समय में लोगों के खानपान की आदतों में बदलाव आया है़ अब लोग डिब्बाबंदऔर पैकेज्ड फूड काे ज्यादा पसंद करते हैं. वैश्विक बाजार ने लोगों की जरूरतों काे समझा और दैनिक जीवन के योग्य तमाम चीजोंको डिब्बे में बंद कर घर-घर तक पहुंचाना शुरू किया.
लोगों की जरूरतों ने डिब्बाबंद फूड को बाजार में परिवर्तित किया और यह क्षेत्र फूड टेक्नोलॉजी में तब्दील हुआ. डिब्बाबंद खाने-पीने की चीजों का बाजार बढ़ा तो इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की मांग की बढ़ी. इसने अपने साथ अथाह संभावनाओं को जन्म दिया.
ऐसे बनायें करियर
फूड टेक्नोलॉजी के सेक्टर में करियर बनाने के लिए आपको इसकी विधिवत पढ़ाई करनी होगी. इसके लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी या मैथेमेटिक्स विषयों के साथ 12वीं में कम से कम 50 प्रतिशत अंक जरूरी हैं. वहीं एमएससी कोर्स करने के लिए फूड टेक्नोलॉजी से संबंधित विषयों में स्नातक की डिग्री आवश्यक है.
कोर्स का स्वरूप
देश के विभिन्न संस्थानों में फूड टेक्नोलाॅजी से जुड़े लगभग आधा दर्जन से अधिक कोर्स संचालित किये जाते हैं. इसमें बीएससी इन फूड टेक्नोलॉजी (तीन वर्ष), बीएससी इन फूड न्यूट्रीशियन ऐंड प्रीजरर्वेशन (तीन वर्ष), बीटेक इन फूड इंजीनियरिंग (चार वर्ष) व एमएससी इन फूड टेक्नोलॉजी (दो वर्ष) प्रमुख हैं. इस सभी तरह के कोर्सेस में खाद्य पदार्थों के उचित रख-रखाव से लेकर पैकेजिंग, फ्रीजिंग आदि की तकनीकी जानकारियां दी जाती हैं. साथ ही पोषक तत्वों का अध्ययन, फल, मांस, वनस्पति व मछली के प्रसंस्करण आदि से संबंधित जानकारियां भी दी जाती हैं.
व्यक्तिगत कौशल
फूड टेक्नोलॉजिस्ट को साइंटिफिक सोच वाला होना जरूरी है. उसे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट, हेल्थ व न्यूट्रीशन में रुचि होनी चाहिए. इसके साथ ही जिम्मेदारी व टीम के साथ काम करना भी आवश्यक है. उसमें अच्छी कम्युनिकेशन स्किल भी होनी चाहिए.
रोजगार के क्षेत्र
कृषि पर आधारित फूड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में करियर की काफी संभावनाएं हैं. फूड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर बहुत बड़ी मात्रा में खाद्य सामग्री की प्रोसेसिंग कर उन्हें खराब होने से बचाया जा सकता है़ बेहतर गुणवत्ता और पोषक तत्वों से युक्त भोज्य सामग्री बाजार में उपभोग के लिए उपलब्ध करायी जा सकती है. इससे रोजगार के अवसरों में भी भारी वृद्धि होगी.
फूड टेक्नोलॉजिस्टों के लिए विभिन्न संगठनों में रोजगार अच्छा मौका है. इनमें सरकारी, सहकारी तथा विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियां शामिल हैं. फूड टेक्नोलॉजिस्ट प्रोडक्ट डेवलपमेंट, मैनेजर, रिसर्चर, क्वालिटी एश्योर मैनेजर, लेबोरेट्री सुपरवाइजर, फूड पैकिंग मैनेजर, फूड प्रोसेसिंग टेक्नीशियन, बीआइएस-एग्मार्क इंस्पेक्ट, खाद्य इंस्पेक्टर आदि के रूप में भी नियुक्ति होती है. सैलरी की बात करें तो शुरुआती स्तर पर आठ से 12 हजार रुपये प्रतिमाह और फिर अनुभव के बाद 30 हजार रुपये प्रतिमाह या इससे भी अधिक हो सकती है.
संस्थान
शहीद राजगुरु कॉलेज ऑफ अप्लाइड साइंस फॉर वूमैन, दिल्ली
आइआइटी खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
सीसीएसएचयूए, हिसार, हरियाणा
सीएफटीआरआइ, मैसूर (कर्नाटक)
जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर

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