रांची: मोरहाबादी अंतु चौक के समीप की रहनेवाली प्रीति मिढा का शव उसके परिजन रिम्स से अब तक नहीं ले गये हैं. शव शीत गृह में पड़ा हुआ है. परिजनों का कहना है कि पहले सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो, फिर अंतिम संस्कार करेंगे. शुक्रवार को मृतक के चाचा हरजीत सिंह बुद्धिराजा उर्फ टोनी, जीजा सनी माखीजा, भाई रिक्की, मौसेरा भाई विक्की सहित कई परिजन पहुंचे थे.
सभी अपनी जिद पर अड़े हुए थे. इस बीच परिजन आपस में भी उलझ गये और हंगामा किया. इधर, सूचना मिलते ही सदर डीएसपी सत्यवीर सिंह बरियातू थाना पहुंचे. थाने में परिजनों को बुला कर समझाया गया. डीएसपी ने कहा कि भादवि की धारा 498(ए) व 304 (बी) अपने आप में हत्या की धारा है. बरियातू थाना प्रभारी ने कहा कि परिस्थिति जन्य साक्ष्य के अनुसार महिला की हत्या हुई है. गौरतलब है कि अंतु चौक के समीप स्थित व्यास इनक्लेव फ्लैट (संख्या-पांच) सी निवासी मनीष मिढा की पत्नी प्रीति की 19 मार्च को संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी थी.
सास, ससुर और देवर फरार
मृतक के चाचा टोनी ने बताया कि ससुराल पक्ष के अन्य नामजद लोग फरार हो गये हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. पुलिस कहना है कि मृतक के ससुराल वाले दुकान व मकान छोड़ कर कितने दिनों तक फरार रहेंगे. प्राथमिकी में सास, ससुर व देवर को भी नामजद बनाया गया था.
एफएसएल की टीम जांच करने पहुंची
फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम शुक्रवार को व्यास इनक्लेव स्थित फ्लैट में पहुंची. उनके साथ सदर डीएसपी व बरियातू थाना प्रभारी भी घटनास्थल पर पहुंचे. 19 मार्च को शव को पोस्टमार्टम में भेजने के बाद बरियातू पुलिस ने उस कमरे को सील कर दिया था, जिसमें प्रीति मिढा का शव था. एफएसएल की टीम साक्ष्य इकट्ठा कर कुछ दिनों में जांच रिपोर्ट सौंपेगी. उसके बाद हत्या अथवा आत्महत्या की गुत्थी सुलङोगी.
फांसी लगने से मौत : रिपोर्ट
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार प्रीति की मौत फांसी लगाने से हुई है. हालांकि मामला संदेहास्पद होने के कारण बिसरा को सुरक्षित रख जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है. बिसरा जांच के बाद यह साफ होगा कि उसे जहर तो नहीं दिया गया था.
संबंध अच्छे नहीं थे
चाचा टोनी ने बताया कि पति-पत्नी में पिछले कुछ दिनों से संबंध अच्छे नहीं थे. वह पत्नी से ढंग से बातचीत भी नहीं करता था. वह पति की बेरुखी के संबंध में हमेशा फोन पर चाची, बहन व मां से चर्चा करती थी.