रांची: झारखंड डेयरी की संपत्ति पर बैंक ने कब्जा कर लिया है. झारखंड डेयरी को बैंक ने पांच करोड़ रुपये से अधिक का लोन दिया गया था. समय पर लोन नहीं चुकता करने से देनदारी बढ़ गयी है. इस कारण बैंक ने पांच लोगों की संपत्ति जब्त कर ली है. जमानतदार में एक वन सेवा के अधिकारी की पत्नी भी है, उन्हें भी जमानतदार बना कर ऋण लिया गया था.
कांके, मोरहाबादी, पिठोरिया में जब्त हुई संपत्ति : बैंक ऑफ बड़ौदा की रातू रोड शाखा ने पांच लोगों की कांके, मोरहाबादी और पिठोरिया में संपत्ति जब्त की है. रवि रंजन के श्याम कुटीर अपार्टमेंट, मोरहाबादी स्थित 1630 वर्ग फीट का आवासीय परिसर जब्त किया गया है. नुसरत परवीन की हसीम मार्केट कांके के पास स्थित 5.18 डिसमिल जमीन जब्त की गयी है. सुलताना बेगम की सतकनादू स्थित 24 डिसमिल जमीन जब्त की गयी है. श्रीमती बेगम की ही कांके रोल में स्थित 69 डिसमिल तथा चूरी टोला में साढ़े आठ डिसमिल जमीन बैंक ने जब्त कर ली है. बैंक ने लिखा है कि बिना बैंक की अनुमति के उपरोक्त किसी भी संपत्ति की बिक्री नहीं हो सकती है.
वन अधिकारी की पत्नी भी जमानतदार : एक वन अधिकारी की पत्नी पूनम रंजन भी इस ऋण की जमानतदार हैं. उनके आवासीय पता में हजारीबाग का सरकारी कार्यालय का जिक्र किया गया है. जमानदार में बरियातू के बृजनंदन प्रसाद, बोकारो को भागवत प्रसाद, गया के अनिल कुमार सिंह, बरियातू के रश्मि रंजन तथा कांके के सिकंदर भी हैं.
समय मांगा गया था
नियम विरुद्ध संपत्ति जब्त की गयी है. पहले प्लांट की संपत्ति जब्त होनी चाहिए थी. वहां के साथ-साथ अन्य संपत्ति भी जब्त की जा रही है. यह गलत है. बैंक से पैसा देने के लिए समय मांगा गया था, लेकिन पैसा भी नहीं दिया गया.
मो रब्बानी, पार्टनर झारखंड डेयरी