पतरातू : झारखंड विकास मोरचा (प्र) द्वारा पतरातू क्षेत्र में लचर बिजली व्यवस्था के विरोध में मुख्यमंत्री की शव यात्रा निकाली गयी. शव यात्रा लेकर नगर भ्रमण किया गया व सरकार और प्रबंधन विरोधी नारे लगाये गये. कार्यकर्ताओं ने कहा कि पतरातू प्रखंड के लगभग 50 गांव बीते एक सप्ताह से अंधेरे में हैं. बिजली की आपूर्ति नियमित नहीं होने के कारण बिजली व पेयजल व्यवस्था ठप सी हो गयी है.
इससे लोगों में हाहाकार मचा हुआ है. कहा गया कि जहां बिजली का उत्पादन होता है, वहां बगैर बिजली के जीवन यापन लोगों की मजबूरी बन गयी है. कारोबारियों को लाखों का नुकसान हो रहा है. मुख्यमंत्री रघुवर दास प्रदेश भ्रमण के दौरान सरकार के विकास कार्यों की चर्चा करते हैं, गांवों में भी 22 घंटे निर्बाध बिजली पहुंचाने के सपने दिखाते हैं, इसके ठीक विपरीत झारखंड के सबसे बड़े बिजली उत्पादन केंद्र से आपूर्ति एक सप्ताह से ठप है. यह सरकार की मंशा को दिखाता है.
आनेवाले दिनों में पर्व-त्योहारों का सिलसिला आरंभ होनेवाला है. ऐसे में बिजली को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति है. शव यात्रा में केंद्रीय सदस्य दुर्गाचरण प्रसाद, गोविंद बेदिया, प्रदीप महतो, महेंद्र सिंह, अखिलेश प्रसाद, प्रदीप गंझू, कैलाश उरांव, योगेंद्र उरांव, अरगदेव राम, कृष्णा कुमार, राजेंद्र कुमार, संतोष तूरी, प्रदीप कुमार, त्रिलोकी गिरी, सुभाष कुमार, अमोद प्रसाद, अनिल सिंह खरवार, अशोक प्रजापति, तपेश्वर प्रजापति, विनोद मुंडा, सहदेव गंझू व अन्य उपस्थित थे.