घाटोटांड़ : सीसीएल हजारीबाग क्षेत्र के विभिन्न कोलियरियों में आये दिन राजनीतिक पार्टीयों द्वारा अनावश्यक हस्तक्षेप करते हुए बंदी कराया जा रहा है. इससे सीसीएल प्रबंधन को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है. इस बंदी से आम जनता को कोई लाभ भी नहीं मिल रहा. इस पर रोक लगना चाहिए.
प्रबंधन ऐसे गैर वाजिब बंदी के खिलाफ कानून की मदद लेकर दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए डेमेज सूट फाइल करे. उक्त बातें श्रमिक नेता सह क्षेत्रीय सलाहकार समिति के सदस्य बालेश्वर महतो तथा शंकर सिंह ने प्रेस बयान जारी कर कही. नेता द्धय ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल के लोग निजी स्वार्थ के खातिर क्षेत्र के कुछ लोगों को बहका कर कोलियरी में अनाश्यक राजनीति हस्तक्षेप कराते हुए बंदी करा कर सीसीएल को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं.
यह सब प्रबंधन की निष्क्रियता की वजह से हो रहा है. इस नुकसान के लिए प्रबंधन भी जिम्मेवार है. उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि प्रबंधन इसे गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई करे ताकि कोलियरी में पनप रहे गलत परिपाटी पर रोक लगे.
अनावश्यक बंदी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी : पीओ : आये दिन हो रहे राजनीतिक बंदी से परेशान सीसीएल झारखंड उत्खनन परियोजना के परियोजना पदाधिकारी आरके गुप्ता ने प्रभात खबर से बातचित में कहा कि राजनीतिक दल के लोगों द्वारा कोलियरी के कार्य में अनावश्यक हस्तक्षेप किया जा रहा है. जिससे आये दिन कोलियरी को अनावश्यक बंदी का सामना करना पड़ रहा है. रहा है. जिससे कंपनी को भारी नुकासान हो रहा है. अब यदि अनावश्यक बंदी कर परियोजना को नुकसान पहुंचाया गया तो प्रबंधन की ओर से प्राथमिकी दर्ज करा कर डैमेज सूट फाइल किया जायेगा.