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देखना है…..) विकास की बाट जो रहे है कच्चा डाडी के ग्रामीण

मूल भुत सुविधाओं का है अभाव फोटो फाइल संख्या 12 कुजू सी : कच्चाडाडी जाने वाली जर्जर सड़क कुजू.झारखंड अलग हुये 15 वर्ष हो गये है. लेकिन क्षेत्र में अब भी ऐसे कई गांव है जहां के लोग विकास के नाम पर उपेक्षित है. इधर समग्र राज्य की विकास की बड़ी बड़ी बातें करने वाली […]

मूल भुत सुविधाओं का है अभाव फोटो फाइल संख्या 12 कुजू सी : कच्चाडाडी जाने वाली जर्जर सड़क कुजू.झारखंड अलग हुये 15 वर्ष हो गये है. लेकिन क्षेत्र में अब भी ऐसे कई गांव है जहां के लोग विकास के नाम पर उपेक्षित है. इधर समग्र राज्य की विकास की बड़ी बड़ी बातें करने वाली सरकार की कोशिशें भी नाकाम साबित हुआ है. इसका एक उदाहरण मांडू प्रखंड के रतवे पंचायत स्थित कच्चा डाडी गांव की है. जहां आज भी गांव तक जाने के लिये पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है. प्रखंड मुख्यालय से इसकी दूरी करीब 30 किलो मीटर तथा 4/6 लेन से करीब 5 किलो मीटर की है. यहां टांड से गुजरने वाली टेढ़ी मेढ़ी राहो से पैदल या दो पहिया वाहन से पहुंचा जा सकता है. कितनी है गांव की आबादी : कच्चा डाडी गांव के ग्रामीणों का जीवन बेहद मुश्किलों भरा है. 150 घरों के इस गांव की आबादी करीब 500 की है. कृषि पर पूर्णत: आधारित इस गांव के ग्रामीण नौकरी व व्यपार से कोसो दूर है. इनके जीवन यापन का एक मात्र सहारा कृषि ही है. क्या कहते है ग्रामीण : सड़क के बारे में पूछे जाने पर ग्रामीणों ने कहा कि चुनाव के दौरान नेताओं द्वारा हमें वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया जाता है. चुनावी दौरे के दौरान नेताओं द्वारा विकास की आश दिखाकर सत्ता में चले आते है. लेकिन दुबारा मुड़कर हम ग्रामीणों का हाल भी पूछने नहीं आते. आने वाले समय में धोखेबाज नेताओं को जरूर सबक सिखाने का काम करेंगे. जीवन दुखदायी : पंचायत के मुखिया तुलेश्वर प्रसाद तथा पंसस कुदूस अंसारी ने कहा कि सही मायने में कच्चा डाडी में बसे लोगों का जीवन काफी दुखदायी है. हमलोग गांव की समस्याओं को अपनी योजना में डाले हुये है. जैसे ही इसका फंड आता है वैसे ही समस्या को दूर किया जायेगा.

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