अधिग्रहण के खिलाफ बलकुदरा के ग्रामीणों में उबाल
रामगढ़ : बलकुदरा ग्राम वासियों ने गुरुवार को भूमि अधिग्रहण के खिलाफ तथा अन्य मांगों के समर्थन में रामगढ़ जिला समाहरणालय पर एक दिवसीय धरना दिया. धरना का नेतृत्व जिला परिषद सदस्य झरी मुंडा कर रहे थे. धरना में बड़ी संख्या में बलकुदरा ग्राम के लोग शामिल हुए.
धरना के बाद एक 21 सूत्री ज्ञापन रामगढ़ के उपायुक्त को सौंपा गया. ज्ञापन में लिखा गया है कि बार–बार किसी एक गांव की जमीन का अधिग्रहण किया जाना अन्यायपूर्ण व अमानवीय है. बलकुदरा ग्राम में पूर्व से ही रेलवे, सीसीएल, बासल कंपनी, डीवीसी, पीटीपीएस, पीडब्ल्यूडी रोड व बिजली के टावर व खंभों आदि के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है.
अब जो जमीन बचा है वह घर–गांव, सरना स्थल, देवी मंडप, श्मशान घाट, हड़गड़ी, कृषि योग्य भूमि, पशुओं के चरागाह, नदी–नाला व पेड़–पौधे हैं. बार–बार बलकुदरा ग्राम में अधिग्रहण किया जाना गलत है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बलकुदरा ग्राम आदिवासी बहुल है और हम आदिवासियों को बार–बार ठगा गया है. लेकिन नियोजन–पुनर्वास के तहत तो नौकरी व पुनर्वास की व्यवस्था नहीं की गयी. साथ ही सीएसआर की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गयी है.
धरना में मुखिया विनय मुंडा, अशोक करमाली, भवनी गोप, संदीप उरांव, बीडी सिंह, राणा प्रताप, महेंद्र महतो, सचवनी देवी, अगम कुमार मंडल, राजू महतो, सीताराम महतो समेत भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.