पतरातू : हक व अधिकार के सवाल को लेकर विस्थापित व प्रभावित संघर्ष मोर्चा के लोग 18 जनवरी को पीवीयूएनएल गेट पर आयोजित धरना प्रदर्शन में शामिल हुए आैर आर-पार की लड़ाई की घोषणा की. कहा कि मर जायेंगे, मिट जायेंगे, लेकिन नये प्लांट की स्थापना नहीं होने देंगे.
इससे पूर्व न्यू मार्केट के समीप विस्थापित व प्रभावित एकत्रित हुए. वहां से जुलूस की शक्ल में पीवीयूएनएल गेट पहुंचे. सरकार, प्रबंधन व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. इसके बाद गेट के समीप धरना पर बैठ गये. धरना स्थल पर मोर्चा के अध्यक्ष आदित्य नारायण प्रसाद की अध्यक्षता व आजसू जिलाध्यक्ष विजय कुमार साहू के संचालन में सभा हुई. वक्ताओं ने कहा कि लंबित मांगों को पूरा किये बिना प्लांट किसी भी सूरत में नहीं लगने देंगे.
मौके पर वीरमोहन मुंडा, यशवंत सागर, सीताराम महतो, बालकिशुन महतो, रोहित साव, शंभु साव, भरत साव, असगर अली, एम रहमान, ननकू मुंडा, बालेश्वरी देवी, कपिल मुंडा, लालो देवी, सरिता देवी, संगीता देवी, सरोज गुप्ता, सुजीत सिंह, फन्नु सिंह, परमेश्वर प्रसाद, रामदास गोप, विनोद प्रजापति, तिलकधारी राम, सुकरी देवी उपस्थित थे. सभा को विजय कुमार साहू, कुमेल उरांव, दिनेश्वर महतो, कौलेश्वर महतो, किशोर कुमार महतो, भुवनेश्वर महतो, महेश्वर साहू, राजाराम प्रसाद, पंसस देवंती देवी, ममता देवी, प्रदीप कुमार महतो, अलीम अंसारी, मुखिया गंगाधर महतो, राजू कुमार, शिवधन गंझू, विधायक प्रतिनिधि अमित कुमार साहू, अब्दुल क्युम अंसारी ने भी संबोधित किया.
सरकार ने हमेशा छला है : बाबूलाल
पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार ने विस्थापितों व प्रभावितों को हमेशा छलने का काम किया है. दुर्गा पूजा के मौके पर पीटीपीएस से लोगों को बेघर कर दिया. विस्थापितों की लड़ाई में झाविमो हर मोड़ पर साथ रहेगा.
मांगों को पूरी करे सरकार : रोशनलाल
आजसू के केंद्रीय महासचिव रोशनलाल चौधरी ने कहा कि पीटीपीएस के विस्थापितों की लंबित मांगों को पूरा किये बिना सरकार व प्रबंधन प्रशासन के बल पर एनटीपीसी का प्लांट लगाने की तैयारी में है.
प्लांट का काम शुरू हुआ, तो 25 गांव के विस्थापित व प्रभावित प्लांट के एक-एक ईंट को उठा कर ले जायेंगे. विस्थापित प्रभावित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष आदित्य नारायण ने कहा कि विस्थापित भीख नहीं मांग रहे हैं, अपना हक मांग रहे हैं. जिप सदस्य डोली देवी ने कहा कि जिनकी जमीन पर पीटीपीएस प्लांट बना, आज वही अपने हक व अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं.
25 गांवों से पहुंचे थे विस्थापित व प्रभावित : धरना-प्रदर्शन में पीटीपीएस से विस्थापित गांव बरतुआ, रसदा, कटिया, गेगदा, बलकुदरा, लबगा, आराशाह, उचरिंगा, जयनगर, तालाटांड़, कुरसे, नेतुआ, चेतमा, बरघुटुवा, हरिहरपुर, किन्नी, जराद, कोतो, हेसला, सोलिया, सांकुल, पलानी, मेलानी, सौंदा बस्ती, शाहीटांड़ व पतरातू से हजारों की संख्या में विस्थापित व प्रभावित पारंपरिक हथियारों के साथ शामिल हुए.
पीवीयूएनएल गेट को उखाड़ने का प्रयास
विस्थापितों व प्रभावितों ने पीवीयूएनएल के गेट को उखाड़ने का प्रयास किया. मौके पर मौजूद पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए विस्थापितों व प्रभावितों को रोका.
मुस्तैद थी पुलिस : रामगढ़ जिला पुलिस मुस्तैद थी. पीवीयूएनएल गेट के समीप रामगढ़ मुख्यालय डीएसपी डॉ वीरेंद्र कुमार चौधरी व प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी पतरातू सीओ अजय कुमार तिर्की के नेतृत्व में पुलिस व सीआइएसएफ बल मौजूद थे. मौके पर पतरातू इंस्पेक्टर कमलेश पासवान, बासल प्रभारी विमल प्रकाश तिर्की, बरकाकाना प्रभारी मुन्ना कुमार सिंह उपस्थित थे.
राजनीति दलों ने दिया समर्थन : आजसू के रोशनलाल चौधरी, कांग्रेस के अमित कुमार साहू, झाविमो के प्रदीप महतो व झामुमो के अलीम अंसारी ने धरना में शामिल होकर आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाने की बात कही. धरना के बाद मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने पीवीयूएनएन के सीइओ को 14 सूत्री मांग पत्र सौंपा.