बुधवा उरांव का हाथ झुलस गया था. उन्हें इलाज के लिए रांची रेफर किया गया था. उनका इलाज वर्तमान में गांधीनगर में चल रहा है. इस मामले में घायल बुधवा उरांव व शिफ्ट के फोरमेन संजय कुमार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर दोनों को सस्पेंड किया गया है. दोनों को सस्पेंड करने के मामले का विरोध कर रहे यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन हेल्पर से विद्युत संबंधी कार्य कराता है.
प्रबंधन अपनी नाकामियों को छिपाने का प्रयास कर रहा है. विरोध प्रदर्शन में अशोक गुप्ता, रमाकांत दुबे, परदेशी नोनिया, सुदामा पाणीग्रही, जीवन महली, मदन मोहन ओझा, बासुदेव उरांव, भागवत ठाकुर, श्याम कुमार, नागेंद्र साहू, शिवकुमार, वीरेंद्र, उपेंद्र, सचिन शामिल थे. इधर, पूरे मामले पर प्रबंधन ने कहा कि फोरमेन व हेल्पर द्वारा बगैर स्विच काटे काम किया जा रहा था. दोनों द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही थी. इसके कारण दोनों के विरुद्ध यह कार्रवाई की गयी है. प्रबंधन ने कहा कि यदि कर्मी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कामकाज करेंगे, तो दुर्घटना की आशंका नहीं रहेगी.