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आदेश के एक माह बाद भी नहीं हुई जांच
भुरकुंडा: भुरकुंडा-पतरातू के होटलों में मिलावटी सामान बेचने के मामले में सीएम सचिवालय के संज्ञान लेने के एक महीने बाद भी अब तक धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इस मामले में सरकार के अवर सचिव ने एक सितंबर को रामगढ़ उपायुक्त को पत्र लिख कर जांच करने को कहा था. इसके आलोक में […]
भुरकुंडा: भुरकुंडा-पतरातू के होटलों में मिलावटी सामान बेचने के मामले में सीएम सचिवालय के संज्ञान लेने के एक महीने बाद भी अब तक धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इस मामले में सरकार के अवर सचिव ने एक सितंबर को रामगढ़ उपायुक्त को पत्र लिख कर जांच करने को कहा था. इसके आलोक में उपायुक्त ने सीएस को निर्देश जारी किया था.
सीएस ने तत्काल जांच के लिए तीन सदस्यीय डॉक्टर की टीम बनायी थी. इस टीम में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ केएन प्रसाद, पतरातू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ स्वराज व मांडू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक राम शामिल थे. अब तक जांच का कोई काम धरातल पर नहीं उतरा है. जांच के प्रति विभाग की उदासीनता से कई सवाल उठने लगे हैं. लोगों का कहना है कि सचिवालय के आदेश के बाद भी कार्रवाई में इतना विलंब किया जाना विभागीय मिलीभगत को दर्शाता है. इसी बीच, दीपावली पर भुरकुंडा-पतरातू क्षेत्र के होटलों में बड़े पैमाने पर मिलावटी मावा-खोवा सहित अन्य सामान खपाने की तैयारी चल रही है.
दीपावली से पहले होगी कार्रवाई : सीएस : सीएस मार्शल आइंद का कहना है कि जांच के लिए कमेटी बना दी गयी है. दशहरा के कारण कार्रवाई में विलंब हुआ है. इसमें फूड सेफ्टी ऑफिसर को भी सैंपल कलेक्ट करने का जिम्मा दिया गया है. दीपावली में बड़े पैमाने पर मिलावटी मिठाइयों के बेचे जाने के मामले पर उन्होंने कहा कि कार्रवाई दीपावली से पहले होगी. किसी को भी पब्लिक के हेल्थ से खिलवाड़ करने नहीं दिया जायेगा. जांच में दोषी पाये जाने पर होटल को सील करने की कार्रवाई भी की जा सकती है.
चीजें, जो जांच के दायरे में आयेगी : डॉक्टरों की टीम सिर्फ होटलों द्वारा परोसे जा रहे मिलावटी सामान की ही जांच नहीं करेगी, बल्कि उनके जांच के दायरे में भुरकुंडा सब्जी बाजार व फल बाजार के साथ मीट-मछली की दुकानें भी होगी. होटलों में मिलावटी तेल, खोवा, मावा, पनीर के साथ मिठाइयों में मिलावट की जांच होगी. वहीं, टीम सब्जियों को खतरनाक केमिकल से रंगे जाने व फलों को पकाने के लिए प्रतिबंधित कारबाइड के इस्तेमाल की भी जांच करेगी. इसके अलावा भुरकुंडा बाजार क्षेत्र में खुलेआम मांस-मछली की बिक्री की भी जांच होगी.
दुर्गंध से परेशान रहते हैं स्कूली बच्चे : भुरकुंडा बाजार स्थित मध्य विद्यालय के खिड़की के सामने मांस-मछली, मुर्गे की खुलेआम बिक्री होती है. इससे स्कूल के बच्चे काफी परेशान रहते हैं. पठन-पाठन तो बाधित होता ही है, बच्चे अक्सर बीमार भी रहते हैं. इस गंभीर मामले की भी जांच डॉक्टरों की टीम करेगी.
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