गोला: गोला थाना क्षेत्र के कोरांबे गांव की एक महिला को हरियाणा में बेचे जाने का सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया है. महिला तीन बच्चों की मां है. आरोपी ने पहले महिला को अपने प्रेम जाल में फंसाया, फिर उसे 30 हजार रुपया में बेच दिया. हालांकि पुलिस ने महिला का सौदा करने वाले […]
गोला: गोला थाना क्षेत्र के कोरांबे गांव की एक महिला को हरियाणा में बेचे जाने का सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया है. महिला तीन बच्चों की मां है. आरोपी ने पहले महिला को अपने प्रेम जाल में फंसाया, फिर उसे 30 हजार रुपया में बेच दिया. हालांकि पुलिस ने महिला का सौदा करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लेकिन महिला अब भी अपराधियों के चंगुल में है.
जानकारी के अनुसार घाघरा कोरांबे गांव निवासी सुनील सिंह मुंडा 19 अगस्त 2017 को अपनी पत्नी विसोखा देवी की गुमशुदगी का सनहा गोला थाना में दर्ज कराया था. कुछ दिनों बाद विसोखा ने अपनी मां से मोबाइल पर बात की और बताया कि वह ठीक है. जिसकी जानकारी विसोखा की मां ने अपने दामाद सुनील सिंह मुंडा को दी.
सुनील ने इसकी सूचना गोला पुलिस को दी. पुलिस ने जब उस मोबाइल नंबर को ट्रेस किया, तो पता चला कि यह नंबर कोरांबे गांव के ही दिवाकर प्रसाद उर्फ पप्पू भगत की है. पुलिस ने जांच तेज करते हुए दिवाकर को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ की. दिवाकर ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबुल करते हुए कहा कि वह विसोखा को पहले अपने प्रेम जाल में फंसाया. इसके बाद दिवाकर ने पैसों का प्रलोभन देकर अपने साथियों की मदद से महिला को हरियाणा ले गया. जहां हरियाणा रामनगर झना बस्ती निवासी अपने समधी कप्तान सिंह को 30 हजार रुपये में बेच दिया. हालांकि महिला किस हालत में है परिजनों को कुछ पता नहीं है.
बच्चे रोज करते हैं मां के आने का इंतजार
महिला की दो बेटियां एवं एक बेटा है. छोटी बेटी पांच वर्ष की है, जो प्रतिदिन अपनी मां के आने का इंतजार में रोते रहती है. वहीं उससे बड़ी बेटी एवं बेटा भी अपने पिता से मां कब आयेगी पूछते रहते है. इस संबंध में अनुसंधानकर्ता एएसआई रामविनय सिंह एवं एसआई मो सलीमुद्दीन ने बताया कि पुलिस का पहला काम महिला को सही सलामत वापस लाना है. इस प्रकरण में संलिप्त अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है.