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विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य ठप
मेदिनीनगर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नीलांबर-पीतांबर विवि इकाई ने गुरुवार को आयुक्त कार्यालय के पास धरना-प्रदर्शन किया. जिस में विवि व जिला प्रशासन ने जीएलए कॉलेज की भूमि को दो टुकड़ों में बांटने का जो षडयंत्र रचा जा रहा है, उसका विरोध किया गया. वक्ताओं ने कहा कि पलामू में विवि के स्थापना […]
मेदिनीनगर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नीलांबर-पीतांबर विवि इकाई ने गुरुवार को आयुक्त कार्यालय के पास धरना-प्रदर्शन किया. जिस में विवि व जिला प्रशासन ने जीएलए कॉलेज की भूमि को दो टुकड़ों में बांटने का जो षडयंत्र रचा जा रहा है, उसका विरोध किया गया. वक्ताओं ने कहा कि पलामू में विवि के स्थापना के लिए अभाविप के कार्यकर्ता 1984 से लगातार संघर्ष कर रहे थे, जिसके बाद 2009 में नीलांबर-पीतांबर विवि के स्थापना हुई. लेकिन यहां के भ्रष्ट पदाधिकारियों की काम करने की इच्छाशक्ति नहीं होने के कारण यहां के विद्यार्थी उच्च शिक्षा प्राप्त करने मे सफल नहीं हो पा रहे हैं. अभी तक पदाधिकारियों के लापरवाही के कारण विवि के प्रशासनिक भवन का निर्माण नहीं हो पाया है.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा टिकुलिया में स्थल का निरीक्षण किया लेकिन शासन प्रशासन में बैठे लोग इस पर अमल नहीं किये. अभाविप ने सरकार व प्रशासन की कुंभकरणी निद्रा को तोड़ने के लिए सांकेतिक रूप में धरना का आयोजन किया है.
इसके बाद भी शासन प्रशासन में बैठे लोगों विवि के प्रशासनिक भवन के लिए भूमि अधिग्रहण करने का काम नहीं करते हैं, तो अभाविप चरणबद्ध तरीके से उग्र आंदोलन करेंगी. किसी भी कीमत पर जीएलए कॉलेज की भूमि पर प्रशासनिक भवन का निर्माण नहीं होने देगी. धरना को परिषद के प्रदेश कार्य समिति सदस्य अखिलेश सिंह, अमित तिवारी, सुरेंद्र विश्वकर्मा, चंदन दुबे, अनुज सिंह, हरिवंश सिंह, पवन सिंह, विनित पांडेय, राजीव रंजन देव पांडेय, सतीश तिवरी ने संबोधित किया. कार्यक्रम की संचालन विभाग संयोजक धमेन्द्र विश्वकर्मा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन नगर सह मंत्री राजकिशोर सिंह ने किया.धरना के बाद नौ सूत्री मांग पत्र परिषद का एक प्रतिनिधि मंडल उपायुक्त को सौंपा.
एनएसयूआइ ने चलाया हस्ताक्षर अभियान
नीलांबर-पीतांबर विवि के प्रशासनिक भवन जीएलए कॉलेज की भूमि पर बने, इसके लिए एनएसयूआइ ने गुरुवार को हस्ताक्षर अभियान चलाया. एनएसयूआइ ने जीएलए कॉलेज के भूमि पर विवि के प्रशासनिक भवन बनाने का जो प्रस्ताव है, उसका समर्थन कर रही है.
एनएसयूआइ के पूर्व जिलाध्यक्ष अभिषेक तिवारी ने कहा कि अभी तक विवि के प्रशासनिक भवन का निर्माण नहीं होने से काफी परेशानी हो रही है. जमीन के अभाव में निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है. श्री तिवारी ने कहा कि जिला प्रशासन व विवि के प्रशासन द्वारा जीएलए कॉलेज की भूमि पर जो प्रशासनिक भवन बनाने का प्रस्ताव लाया है, वह सही है. जिला सचिव मणिकांत सिंह ने कहा कि जीएलए कॉलेज के खाली पड़े मूकबधिर विद्यालय के अवशेष बचे हैं, वहां पर विवि के प्रशासनिक भवन का निर्माण कराया जा सकता है. एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष आठ वर्ष के बाद भी जिला प्रशासन भूमि की व्यवस्था नहीं कर पायी है.
ऐसे में यह जरूरी है कि यदि जीएलए कॉलेज के पास खाली जमीन पड़ी है, तो उसका सदुपयोग करते हुए उस जमीन पर प्रशासनिक जमीन का निर्माण कराया जाना चाहिए. महासिचव देवान शुक्ला ने कहा कि कुछ छात्र संगठन प्रशासनिक भवन के निर्माण पर गंदी राजनीतिक कर रहे हैं. इससे न तो छात्रों को हित होने वाला है, न ही विवि अथवा कॉलेज का. इस मौके पर रंजन सिंह, प्रकाश सिंह, मुन्ना खान, मो शाहीद सहित कई लोग मौजूद थे. एनएसयूआइ ने दर्जनों छात्रों को ज्ञापन उपायुक्त को सौंप कर जीएलए कॉलेज की भूमि पर विवि के प्रशासनिक भवन का निर्माण कराने की मांग की है.
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