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सड़क दुर्घटना में युवक की मौत, सड़क जाम
स्कूल प्रबंधन ने डेढ़ लाख मुआवजा, बच्चों को मुफ्त में शिक्षा व विधवा को नौकरी का दिया आश्वासन मेदिनीनगर : मंगलवार को ज्ञान मंदिर आवासीय विद्यालय के बस के धक्के से ललन तिवारी नामक युवक की मौत हो गयी. ललन तिवारी सदर थाना क्षेत्र के जोंड गांव का रहने वाला था. वह गांव में ही […]
स्कूल प्रबंधन ने डेढ़ लाख मुआवजा, बच्चों को मुफ्त में शिक्षा व विधवा को नौकरी का दिया आश्वासन
मेदिनीनगर : मंगलवार को ज्ञान मंदिर आवासीय विद्यालय के बस के धक्के से ललन तिवारी नामक युवक की मौत हो गयी. ललन तिवारी सदर थाना क्षेत्र के जोंड गांव का रहने वाला था. वह गांव में ही डीलर की दुकान से राशन लेकर घर जा रहा था. इसी क्रम में ज्ञान मंदिर आवासीय विद्यालय का बस जोंड़ गांव से बच्चों को लेकर आ रहा था, इसी दौरान जब ललन तिवारी सड़क पार कर रहा था, तो उसी दौरान तेज गति से आ रही स्कूल बस ने उसे धक्का मार दिया. इससे वह सड़क पर गिर पडा. उसके सर में चोट लगी. घटना सुबह आठ बजे की है.
ग्रामीणों ने ललन तिवारी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया साथ ही बस को जब्त कर लिया था. चालक को भी ग्रामीणों ने अपने कब्जे में रखा था. उसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी गयी. जानकारी मिलने के बाद पुलिस वहां गयी और चालक व बस को थाना ले आयी, इधर सदर अस्पताल में 11 बजे इलाज के दौरान ललन तिवारी की मौत हो गयी.
मौत की खबर सुन कर ग्रामीण आक्रोशित हो गये. आक्रोशित ग्रामीणों ने बैरिया चौक के पास रोड जाम कर दिया. जाम 12.30 बजे से शाम चार बजे तक रहा. जाम कर रहे लोगों का कहना था कि ललन तिवारी के जो आश्रित हैं, उन्हें मुआवजा मिले. स्कूल बस के चालक प्रमोद कुमार के लापरवाही के कारण ही यह घटना घटी है. जब स्कूल बस में बच्चे सवार थे, तो उसकी गति धीमी होनी चाहिए थी. लेकिन चालक काफी तेज गति से चाहन चला रहा था. यही कारण है कि ललन तिवारी उसके चपेट में आ गये.
बाद में सूचना मिलने पर सदर एसडीओ अरुण कुमार एक्का, सदर सीओ शिवशंकर पांडेय, थाना प्रभारी संजय कुमार मालवीय, सदर थाना प्रभारी राणा जंगबहादूर सिंह जामस्थल पर पहुंचे और लोगों को समझाया. जाम कर रहे लोग स्कूल प्रबंधन को बुलाने की मांग पर अड़े थे. प्रशासन ने ज्ञान मंदिर आवासीय विद्यालय के निदेशक विनोद मिश्रा को जाम स्थल पर बुलाया.
लोगों ने मुआवजा व अन्य मांग रखी. प्रशासन के समक्ष विद्यालय के निदेशक श्री मिश्रा ने मुआवजा के रूप में 18 सितंबर को डेढ लाख रुपया देने का आश्वासन दिया. वहीं मृतक के दोनों बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देने व विधवा को योग्यता के अनुसार अपने विद्यालय में नौकरी देने का भरोसा दिया. निदेशक के इस आश्वासन पर लोगों ने जाम हटाया. सड़क जाम होने से वाहनों की लंबी कतार लग गयी थी. लोगों को इस दौरान काफी परेशानी हुई. प्रशासन के साथ बातचीत के दौरान पंसस मुकेश तिवारी, समाजसेवी अजीत मेहता, मुखियापति रवींद्रनाथ तिवारी सहित कई लोग मौजूद थे.
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