मेदिनीनगर : नएच 75 पर पडवा-गढवा मार्ग पर राजहरा के लब्जी नदी पर बना डायवर्सन टूटने के कारण आठ दिन से आवागमन बंद था. मार्ग बंद होने के कारण सैकड़ों वाहन जाम में फंसे थे. रविवार को प्रभात खबर में आठ दिन से जाम में फंसे हैं. वाहन की खबर छपने के बाद प्रशासनिक महकमा सक्रिय हुआ. पलामू के प्रभारी डीसी सह डीडीसी रविशंकर वर्मा एनएच के अभियंताओं का दल लेकर स्वयं स्थल निरीक्षण करने पहुंचे, जो वाहन डायवर्सन में फंसा था, उसे जेसीबी के मदद से निकाला गया और उसके बाद युद्धस्तर पर डायवर्सन की मरम्मत करायी गयी. उसके बाद जो वाहन जाम में फंसे थे, वह वहां से निकले.
डीडीसी श्री वर्मा के मुताबिक अब उस मार्ग पर आवागमन शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि यह सही है कि आठ दिन से यह स्थिति थी. लेकिन राष्ट्रीय उच्च पथ विभाग के अभियंताओं द्वारा सही स्थिति नहीं बतायी जा रही थी, जिसके कारण यह परेशानी हुई. बरसात के मौसम में जहां डायवर्सन हैं, वह टूट भी सकते हैं. उसकी अपेक्षित देखभाल की जानी चाहिए. जहां डायवर्सन टूटा है, वहां आवागमन बाधित न हो, इस बात का भी ख्याल विभाग को रखना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. एनएच के अभियंता को निर्देश दिया गया है कि वह युद्धस्तर पर कार्य करें. डायवर्सन की बेहतर तरीके से मरम्मत करायें, ताकि आवागमन में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो. उन्होंने कहा कि इस बरसात के मौसम में यह भी देखा जा रहा है कि एनएच के किनारे से पानी बह रहा है. इससे भी सड़क को नुकसान हो सकता है. इसे रोकने के भी उपाय विभाग को करना चाहिए.
मालूम हो कि 12 अगस्त को दिन हुई भारी बारिश के कारण पडवा-गढवा मार्ग पर राजहरा के लब्जी नदी के पास बना डायवर्सन टूट गया था. 2015 में भी यह डायवर्सन टूटा था. 18 जुलाई 2015 को डायवर्सन बहा था. लब्जी नदी पर अंग्रेज जमान का पुल था, जिसे तोड़ कर नया पुल का निर्माण कराया गया है.
नया पुल का काम लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन पहुंच पथ नहीं बना है, जिसके कारण डायवर्सन से ही लोग जा रहे हैं. जाम में फंसे चालकों का दर्द प्रभात खबर ने विस्तार से छापा था. चालक काफी परेशान थे. आज जब आवागमन बहाल हुआ, तो जाम में फसे चालकों ने राहत की सांस ली.