मेदिनीनगर : केंद्र सरकार के कार्यालयों व रेलवे स्टेशन तथा लेस्लीगंज का नाम बदलने सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रगतिशील मगही समाज ने मंगलवार को धरना दिया. समाहरणालय स्थित पुराना कोर्ट परिसर में धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता समाज के केंद्रीय कमेटी सदस्य युगलकिशोर सिंह व संचालन जिला सचिव जगदीश सिंह ने किया.
धरना कार्यक्रम की प्रगतिशील मगही समाज के लोगों ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद राज्य सरकार ने पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय का नाम डालटनगंज से बदल कर पलामू के लोकप्रिय राजा मेदिनी राय के नाम पर मेदिनीनगर रखा. राज्य सरकार का यह निर्णय सराहनीय है. लेकिन पलामू में स्थित केंद्र सरकार के कार्यालयों व रेलवे स्टेशन का नाम डालटनगंज अभी भी है.
झारखंड के राज्यपाल से यह आग्रह है कि केंद्रीय कार्यालयों व रेलवे स्टेशन का नाम मेदिनीनगर हो, इसके लिए केंद्र सरकार को अनुशंसा करे. साथ ही पलामू के वीर सपूत नीलांबर-पीतांबर को अंग्रेजों द्वारा जिस जगह पर फांसी दी गयी थी, वह जगह आज भी लेस्लीगंज के नाम से जाना जाता है. लेस्लीगंज का नामकरण अंग्रेज लेस्ली के नाम से हुआ है. प्रगतिशील मगही समाज के लोगों ने लेस्लीगंज का नाम हटाकर उस जगह को नीलांबर-पीतांबर नगर करने की मांग की है.
पलामू में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए खनिज संपदा पर आधारित उद्योग लगाने, पलामू की जनभाषा मगही को पढ़ाई-लिखाई व अन्य कामकाज का भाषा बनाने तथा कृषि को उद्योग का दर्जा देने की मांग की है. धरना के बाद लोगों ने राज्यपाल के नाम पलामू उपायुक्त को मांगपत्र सौंपा है. मौके पर अधिवक्ता लक्ष्मण सिंह, प्रयागदेव, सुशील रंजन, शिवप्रसाद, दीपक कुमार, मधेश्वर, ललित कुमार, गणेश, रामस्वरूप, मनोज, रामजन्म मेहता, अजय, भगवान, करुणाकरण सहित अन्य लोग मौजूद थे.