घाघरा : गुमला के चैनपुर थाना क्षेत्र के कुरूमगढ़ का रहनेवाला छात्र भैया राम खड़िया की हत्या कर दी गयी. पर उसका शव लेने घाघरा पुलिस घटनास्थल पर नहीं गयी. पुलिस के इनकार के बाद परिजनों ने घाघरा थाना क्षेत्र के दिरगांव सेमरटोली स्थित एक नाले की खुदाई कर शव को निकाला.
कंधे पर शव को करीब 32 किमी तक ढोकर पुलिस तक पहुंचाया. इस तरह पुलिस के नहीं जाने के कारण करीब 56 घंटे बाद इस नाबालिग छात्र का शव बुधवार शाम घाघरा थाना पहुंचाया. शव को पोस्टमार्टम होने तक परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए और करीब 14 घंटे इंतजार करना पड़ सकता है.
नौवीं का छात्र था : भैया राम चैनपुर हाइस्कूल में नौवीं कक्षा का छात्र था. उसके पिता रामदयाल खड़िया ने बताया : भैया राम 29 दिसंबर को मेहमानी के लिए दिरगांव सेमरटोली गया था. वहां उसके बहनोई बिनू खड़िया ने उसे रोक लिया. एक जनवरी को भैया राम अपने बहनोई के साथ गांव में घूम रहा था.
रात करीब आठ बजे कुछ लोग बिनू खड़िया के साथ मारपीट करने लगे. इसके बाद से भैया राम लापता हो गया. काफी खोजबीन के बाद भी नहीं मिला. सोमवार की सुबह विलियम खड़िया ने दिरगांव के नाले में भैया राम की शॉल देखी. खून के धब्बे भी मिले. बाद में खुदाई करने पर शव निकाला गया.
पुलिस ने कहा, खुद ले आयें शव : शव मिलने के बाद पिता रामदयाल खड़िया ने घाघरा पुलिस को फोन पर इसकी सूचना दी. पर पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची. इसके बाद मंगलवार को रामदयाल खड़िया खुद घाघरा थाना पहुंचा. पुलिस से शव लाने का अनुरोध किया. इसके बाद भी पुलिस नहीं गयी. पुलिस ने कहा कि वे लोग खुद शव लेकर आयें, तो कार्रवाई की जायेगी.
इसके बाद बुधवार की सुबह रामदयाल खड़िया गांव के ही पुरन खड़िया, परमेश्वर खड़िया, लोहरा खड़िया, बिदई खड़िया, विलियम खड़िया, बंधना खड़िया और शिव खड़िया के साथ घटनास्थल पर गया. सभी ने शव को निकाला. इसके बाद सभी बारी-बारी से कंधे पर ढोकर करीब 32 किमी दूर दिरगांव से कुंदो गांव पहुंचे. बाद में कुंदो से चौकीदारों के सहयोग से शव को घाघरा थाना तक (करीब आठ किमी) पहुंचाया. थाना प्रभारी प्रदीप चौधरी ने कहा कि हत्या की सूचना मुङो मंगलवार को मिली थी लेकिन इसे बुधवार को ही मान कर चल रहे हैं.