स्थानीयता नीति के विरोध में हेमंत सोरेन ने भी खोला मोरचा, कहामुख्य हेडिंग : खतियान के आधार पर बने स्थानीय नीतिइंट्रो : भाजपा सरकार की स्थानीय नीति का विरोध करते पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने इसे स्थानीय लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ बताया है. उन्होंने कहा कि इस नीति से बिहार, यूपी, मध्य प्रदेश के लोगों को लाभ मिल जायेगा और मूलवासी झारखंडी हाथ मलते रह जायेंगे. उन्होंने नीति के विरोध में आंदोलन करने का आह्वान किया है.-आदिवासी मूलवासी के विपरीत है भाजपा सरकार की घोषणा-स्थानीय लोगों की भावनाओं के साथ सरकार कर रही खिलवाड़-बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश के लोगों को ही मिल मिलेगा लाभ-स्थानीय नीति के विरोध में सड़क से सदन तक होगा आंदोलनतसवीर- 02 महगामा के एक होटल में प्रेस वार्ता के दौरान हेमंत सोरेन.प्रतिनिधि 4 महगामा (गोड्डा)राज्य के रघुवर सरकार की स्थानीय नीति की घोषणा के विरोध में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने मोरचा खोल दिया है. उन्होंने स्थानीय नीति के खिलाफ सड़क से सदन तक आंदोलन करने की बात कही है. कहा कि भाजपा की स्थानीयता नीति मूलवासी आदिवासियों के विरोध में है. खतियान के आधार पर स्थानीय नीति बननी चाहिए. सरकार ने स्थानीय लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है. महगामा के एक होटल में प्रेस वार्ता कर श्री सोरेन ने सरकार की स्थानीय नीति को राज्य के लोगों के लिए छलावा बताया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नीति के माध्यम से बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़ तथा मध्यप्रदेश के लोगों को लाभ देने के बारे में साेचा है. सरकार नहीं चाहती है कि राज्य के लोगों का भला हो. इस नीति से झारखंड के बाहर के लोगों को पूरा लाभ मिलेगा और झारखंडी हाथ मलते रह जायेंगे.ताकत की बदौलत जन विरोधी फैसले ले रही सरकारश्री सोरेन ने कहा कि शिबू सोरेन, टेकलाल महतो, जयपाल सिंह मुंडा, सरदार दयाकिशन भैरो, विनोद बिहारी महतो, अबू तालिक अंसारी, मानिक मियां, नेपाल रमानी आदि ने झारखंड को अलग कराने में अहम भूमिका निभायी. इन लाेगों ने अपना पूरा जीवन मूलवासियों के लिए समर्पित कर दिया. लेकिन, रघुवर सरकार ने इनके सपनों को तार-तार कर दिया है. झारखंड के लोग शत-प्रतिशत अधिकार की जगह आहत महसूस कर रहे है. उन्होंने कहा कि इस नीति के माध्यम से बाहर से आकर राज्य में नौकरी करनेवाले तथा व्यवसाय करनेवाले लोगों के बच्चों को चाहे वह दसवीं पास ही क्यों ना हो, उसे ही नौकरी मिलेगी. सरकार अपनी ताकत की बदौलत जन विरोधी फैसले ले रही है.स्थानीय नीति के विरोध में होगा आंदोलन श्री सोरेन ने कहा कि सरकार ने आदिवासी, मूलवासी, पिछड़ा, अति पिछड़ा, अल्पसंख्यकों के हक को छीनने का काम किया है. उनकी भावनाओं को ख्याल रखकर नीति बनानी चाहिए थी. सरकार को चुनौती देते हुए श्री सोरेन ने कहा कि स्थानीय नीति खतियान के आधार पर तैयार की जाये. वरना जल्द ही सभी विधायकों के साथ बैठक कर जोरदार आंदोलन किया जायेगा. इस दौरान दौरान पूर्व मंत्री लोबिन हेंब्रम समेत पार्टी के अन्य नेता उपस्थित थे.
स्थानीयता नीति के विरोध में हेमंत सोरेन ने भी खोला मोरचा, कहा
स्थानीयता नीति के विरोध में हेमंत सोरेन ने भी खोला मोरचा, कहामुख्य हेडिंग : खतियान के आधार पर बने स्थानीय नीतिइंट्रो : भाजपा सरकार की स्थानीय नीति का विरोध करते पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने इसे स्थानीय लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ बताया है. उन्होंने कहा कि इस नीति से बिहार, […]
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