– रामनरेश तिवारी –
समस्याओं से जूझ रहा है संस्कृत मध्य विद्यालय, पाटन
कैसे होगा शिक्षा का विकास
पाटन (पलामू) : पलामू का इकलौता संस्कृत मध्य विद्यालय पाटन के किशुनपुर में है. ब्रिटिश शासनकाल में 1911 में इस विद्यालय की स्थापना हुई थी. देश आजाद होने के बाद 1978 इसे पूर्ण सरकारी होने का दर्जा मिला. मध्यमा स्तर से जो मैट्रिक की परीक्षा देते थे, उन्हें इसी विद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर निकलना पड़ता था. विद्यालय की स्थापना को 100 वर्ष से अधिक हो गये हैं.
कहा जाता है कि जब कोई भी संस्था या स्कूल पुराना होता है तो वह विकास की तरफ बढ़ता है. लेकिन इस दृष्टिकोण से देखे तो संस्कृत मध्य विद्यालय विकास के बजाये बदहाली की ओर बढ़ रहा है. इस स्कूल का अस्तित्व बरकरार रहे, इसे लेकर शासन-प्रशासन में बैठे लोग चिंतित नहीं दिखते.