कड़ाके की ठंड में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा
पांकी(पलामू) : बेतला, सतबरवा के बाद हाथियों का झुंड पांकी के जंगल में पहुंच गया है. शुक्रवार की रात हाथियों के झुंड ने पांकी के बांदुबार, कोनवाई व पीपराकला में जम कर उत्पात मचाया. चार घरों को तोड़ दिया, जबकि 20 एकड़ में लगे गन्ने के फसल को रौंद दिया. वहीं घरों में रखे अनाज को चट कर गये और कई सामान को तहस-नहस कर दिया. हाथियों के भय से लोगों ने रात जाग कर बितायी.
कड़ाके की ठंड में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. जिनके घर तोड़े, उनमें सीताराम भुइयां, संतु भुइयां आदि शामिल है, जबकि किसान रामदेव भुइयां,कालो भुइयां, लालो भुइयां, सुरेश भुइयां द्वारा राजू पाठक के खेत में बटाई पर की गयी गन्ने की खेती को भारी नुकसान पहुंचाया है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हाथियों की संख्या 15 से अधिक थी. जैसे ही हाथियों की खबर ग्रामीणों को मिली, गांव में अफरा तफरी का माहौल बन गया. कई लोगों ने मशाल जला कर हाथियों के झुंड को भगाने का प्रयास किया. शनिवार की सुबह आसपास के जंगल में हाथी मौजूद रहे.
दिन भर दहशत का माहौल बना रहा. लोगों को भय बना हुआ है कि संभवत: शनिवार की रात में भी हाथियों का हमला हो. घटना की जानकारी मिलने पर प्रमुख उर्मिला कुंवर ने पीड़ितों को मदद का आश्वासन दिया. इधर हाथियों द्वारा उत्पात मचाये जाने के घटना के विरोध में पांकी-मेदिनीनगर मार्ग को पीपराकला के समीप ग्रामीणों ने जाम कर दिया.
लोग फसल की क्षतिपूर्ति की मांग कर रहे थे. वहीं जिनका घर टूट गया है, उनलोगों ने इंदिरा आवास देने की मांग की. सूचना मिलने पर बीडीओ संदीप भगत, रेंजर विनोद विश्वकर्मा, जिप सदस्य पुदीन कुंवर, प्रमुख उर्मिला कुंवर जाम स्थल पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया.