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राम विनोद सिंहा और राजेंद्र जैन को बरखास्त करने की तैयारी

राम विनोद सिंहा और राजेंद्र जैन को बरखास्त करने की तैयारीनिगरानी की अदालत ने दोनों इंजीनियरों को सुनायी है सजा दोनों पर 16.19 करोड़ के गबन का है आरोप विशेष संवाददाता, रांची सरकार ने गबन के आरोपी इंजीनियर राम विनोद सिंहा और राजेंद्र जैन को बरखास्त करने का फैसला किया है. अदालत द्वारा इन इंजीनियरों […]

राम विनोद सिंहा और राजेंद्र जैन को बरखास्त करने की तैयारीनिगरानी की अदालत ने दोनों इंजीनियरों को सुनायी है सजा दोनों पर 16.19 करोड़ के गबन का है आरोप विशेष संवाददाता, रांची सरकार ने गबन के आरोपी इंजीनियर राम विनोद सिंहा और राजेंद्र जैन को बरखास्त करने का फैसला किया है. अदालत द्वारा इन इंजीनियरों को गबन के आरोप में सजा सुनाये जाने का बाद इससे संबंधित आवश्यक प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इन इंजीनियरों पर खूंटी में पदस्थापन के दौरान 16.91 करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगा था.निगरानी की अदालत ने इन इंजीनियरों पर लगे आरोपों पर सुनवाई के बाद दोषी करार देते हुए पांच-पांच साल के कारावास की सजा सुनायी थी. अदालत के फैसले के बाद दोनों इंजीनियरों को बरखास्त करने का फैसला किया गया. सजायाफ्ता दोनों ही इंजीनियर मूलत: जल संसाधन विभाग के हैं. इसलिए इन्हें बरखास्त करने की कागजी प्रक्रिया जल संसाधन विभाग द्वारा की जा रही है. कागजी प्रक्रिया पूरी होने का बाद इनकी बरखास्तगी का आदेश जारी कर दिया जायेगा. इन दोनो इंजीनियरों ने खूंटी में अपने पदस्थापन के दौरान विकास योजनाओं के लिए मिली राशि का गबन किया था. इंजीनियरों ने सरकारी राशि के गबन के लिए बिना काम किये भी कई योजनाओं के नाम पर पैसों की निकासी की थी. इंजीनियरों के इन कारनामों की जानकारी मिलने का बाद सरकार प्राथमिकी दर्ज करायी थी. बाद में इन मामलों की जांच निगरानी को सौंप दी गयी. निगरानी ने मामले की जांच के बाद आरोप पत्र दायर किया था. इसमें इंजीनियरों द्वारा सरकारी राशि के गबन का आरोप और उससे संबंधित साक्ष्य पेश किये गये थे. प्राथमिकी में दोनों इंजीनियर पर लगे आरोप- 15 आंगनबाड़ी केंद्र व 12 पंचायत भवन बनाने में 1.29 करोड़ रुपये का गबन- 10 पसीसी पथों के निर्माण के नाम पर 85.69 लाख रुपये का गबन- तीन स्वास्थ्य उपकेंद्रों के निर्माण के नाम पर 38.73 लाख रुपये का गबन- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के नाम पर 70.31 लाख का गबन- 100 बेडवाला अस्पताल बनाने के काम में 78.52 लाख रुपये का गबन- मनरेगा की योजना में 3.02 लाख रुपये का गबन- मनरेगा में सड़क बनाने में 19.16 लाख रुपये का गबन- अस्तित्व विहीन सड़क बनाने और बनी हुई सड़क के नाम पर 10.15 करोड़ रुपये का गबन- सहकारिता भवन निर्माण के काम में 23.09 लाख रुपये का गबन- आंगनबाड़ी निर्माण में 42.56 लाख रुपये का गबन- कर्रा प्रखंड में स्टेडियम बनाने में 46.05 लाख का गबन- तोरपा प्रखंड में स्टेडियम बनाने में 48.95 लाख रुपये का गबन- पंचघाघ जल प्रपात के विकास के नाम पर 12 लाख रुपये का गबन- सांस्कृतिक भवन निर्माण के नाम पर 42.27 लाख रुपये का गबन- जिला उद्योग केंद्र के भवन निर्माण में 10.35 लाख रुपये का गबन- जिला परिवहन कार्यालय के भवन निर्माण में 26.89 लाख रुपये का गबन – अस्तित्व विहीन योजनाओं के नाम पर 1.17 करोड़ रुपये की निकासीइंजीनियरों द्वारा कागज पर बनायी गयी सड़कें और चेक डैम-जरगा से सेरेंगहातु नाला पर 18.896 लाख में चेकडैम- ईचागढ़ा सिमाना से रीचागढ़ा सिमाना तक 24.31 लाख में सड़क निर्माण-लुपुंगहातु से धोबा नदी तक 2.158 लाख में सड़क निर्माण- लुपुंगहातु से रायकुटी रोड तक 24.850 लाख में सड़क निर्माण- वनमपीड़ी से बोयाबुरू तक 12.850 लाख में सड़क निर्माण

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