श्री सर्वेश्वरी समूह का स्थापना दिवस मना
मेदिनीनगर : कुलपति डॉ फिरोज अहमद ने कहा कि मानवता की सेवा सबसे बड़ी पूजा है. अघौरेश्वर भगवान राम के इस संदेश को आत्मसात करने की जरूरत है. आज समाज के अंदर कई तरह की चुनौतियां हैं.
इससे निबटने के लिए यह जरूरी है कि बेहतर समाज बनाने के लिए सभी मिल कर काम करें. तभी एक बेहतर समाज का निर्माण होगा. कुलपति डॉ अहमद श्री सर्वेश्वरी समूह के स्थापना दिवस के अवसर पर सुदना स्थित आश्रम में आयोजित विचार गोष्ठी में बोल रहे थे. गोष्ठी की अध्यक्षता डॉ अरुण सहाय ने की.
संचालन स्थानीय शाखा के मंत्री प्रमोद सिन्हा ने किया. गोष्ठी में कुलपति डॉ अहमद ने कहा कि संस्कार का संचय जरूरी है. स्कूल और कॉलेज से ज्यादा मनुष्य के जीवन में घर का प्रभाव पड़ता है.
पर यह देखा जाता है कि लोग यह कहते हैं कि स्कूल–कॉलेज के कारण बच्चे बिगड़ गये. ऐसा नहीं है. अभिभावकों को भी चाहिए कि वह शुरुआती दौर से ही बच्चों को बेहतर संस्कार दें व सेवा की भावना भरें. समूह से जुड़े लोग अधिक से अधिक लोगों को जोड़ कर उन्हें सेवा के लिए प्रेरित करें और संस्कार के साथ नैतिकता का बोध करायें.
नीलांबर–पीतांबर विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्रभारी डॉ कुमार वीरेंद्र ने श्री सर्वेश्वरी समूह के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला.
कहा कि अघौरेश्वर भगवान राम ने पीड़ित मानवता की सेवा के लिए समूह की स्थापना की. उन्होंने मनुष्य के महत्व को भी रेखांकित किया. इसलिए यह जरूरी है कि मनुष्य का महत्व है, तो वह काम ऐसा करें, जो समाज के लिए महत्वपूर्ण हो.
अध्यक्षीय संबोधन में डॉ अरुण सहाय ने कहा कि आज सबसे ज्यादा जरूरी मनुष्य बनने की है. यही प्रेरणा परमपूज्य अघौरेश्वर भगवान राम ने दी है. मौके पर सुषमा श्रीवास्तव, रागिनी राय, योगेंद्र सिंह, राहुल राम, सुधीर सिंह, राघवेंद्र, दीपक चंद्र, राजेश्वर सिंह, मृत्युंजय सिंह,अनुराग सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे.