ऑक्सीजन थैरेपी पर कार्यशालाफोटो-9 डालपीएच-5कैप्सन-कार्यशाला में शामिल चिकित्सकमेदिनीनगर. रविवार की रात आइएम हॉल में ऑक्सीजन थैरेपी के प्रयोग से संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य रूप से धनबाद के चिकित्सक डॉ यूएन वर्मा ने भाग लिया. डॉ वर्मा धनबाद चिकित्सा महासंघ के शिक्षक निश्चेतना सोसाइटी के सचिव हैं. डॉ वर्मा ने कहा कि ऑक्सीजन थैरेपी जीवन रक्षक है, लेकिन कभी-कभी इसके इस्तेमाल की सही जानकारी नहीं होने के कारण यह मरीजों के लिए घातक भी हो जाता है. इसलिए यह जरूरी है कि चिकित्सक यह जाने कि ऑक्सीजन थैरेपी का प्रयोग कब और किस परिस्थिति में किया जाता है. हाई ऑक्सीजन थैरेपी अभी बड़े शहरों में ही उपलब्ध है. लेकिन पहले यह जानना भी जरूरी है कि ऑक्सीजन का प्रयोग किस तरह के मरीजों पर किया जाता है. आमतौर पर ब्लड प्रेशर बढ़ने, शरीर में अकड़न के कारण शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है. उस समय ऑक्सीजन दिया जाता है. आज जो चिकित्सा में परिवर्तन हो रहा है, उससे चिकित्सक रूबरू हो, उसके लिए इस तरह का आयोजन जरूरी है. बड़े शहरों में क्या प्रयोग हो रहा है और उसे कैसे छोटे जगहों पर लागू किया जा सकता है. इस बात पर सोचने की जरूरत है. मौके पर पूर्व आरडीडीएच डॉ आरपी सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार सिंह, पूर्व सिविल सर्जन डॉ एमपी सिंह, डॉ अवधेश सिंह, डॉ ज्ञानप्रकाश सिंह, डॉ राजीव नयन, डॉ हरीओम, डॉ विश्वनाथ ओझा, डॉ नीलम होरो सहित कई लोग मौजूद थे.
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आधुनिक चिकित्सा पद्धति को जानें : डॉ वर्मा
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