मेदिनीनगर : वनांचल ग्रामीण बैंक के पदाधिकारियों द्वारा नगर निगम क्षेत्र के आठ बकायेदारों के प्रतिष्ठान को सील कर दिया. बैंक अधिकारियों द्वारा लगातार प्रयास के बाद भी बकायेदारों द्वारा ऋण वापसी नहीं करने पर बैंक ने कठोर निर्णय लिया. शहर के मेन रोड में अफरोज आलम पिता ताजमूल आलम, राजेश कुमार पिता रामाकांत वर्मा, […]
मेदिनीनगर : वनांचल ग्रामीण बैंक के पदाधिकारियों द्वारा नगर निगम क्षेत्र के आठ बकायेदारों के प्रतिष्ठान को सील कर दिया. बैंक अधिकारियों द्वारा लगातार प्रयास के बाद भी बकायेदारों द्वारा ऋण वापसी नहीं करने पर बैंक ने कठोर निर्णय लिया.
शहर के मेन रोड में अफरोज आलम पिता ताजमूल आलम, राजेश कुमार पिता रामाकांत वर्मा, मेसर्स बालाजी इक्विपमेंट प्रोपराइटर सचिन गुप्ता, मेसर्स पूजा इंजीनियरिंग रोड प्रोपराइटर मनीष कुमार विश्वकर्मा, मेसर्स वासु स्पेयर्स पार्ट्स प्रोपराइटर खुशबू गुप्ता, मेसर्स मोना स्टूडियो प्रोपराइटर प्रकाश जायसवाल, मेसर्स संतोष इंजीनियरिंग वर्कर्स प्रोपराइटर संतोष विश्वकर्मा, विकास मोटर पार्ट्स प्रोपराइटर विकास विश्वकर्मा के प्रतिष्ठान को सील कर दिया गया.
बैंक की अधिकृत एजेंसी मां काली इंफोर्समेंट एजेंसी कोलकाता व जिला प्रशासन के माध्यम से संबंधित बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई की गयी. बैंक अधिकारी मनोज चौधरी ने कहा कि हठी बकायेदारों द्वारा बकाये ऋण वसूली नहीं होने के बाद मजबूरीवश बैंक ने कार्रवाई की.
उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कई वाहनों व परिसंपत्तियों को भी मां काली इंफोर्समेंट एजेंसी द्वारा चूककर्ताओं से जब्त कर बैंक के कब्जे में लिया जा चुका है. इनकी नीलामी की प्रक्रिया प्रारंभ है. उन्होंने कहा कि भविष्य में हठी बकायेदारों के खिलाफ सख्ती से निपटने के लिए बैंक ने पूर्ण रणनीति के तहत कार्रवाई प्रारंभ कर दी है. श्री चौधरी ने कहा कि चूककर्ता ऋण का भुगतान समय पर नही करते है, तो बैंक द्वारा प्रतिष्ठान को सील किया जायेगा. परिसंपत्तियों को जब्त कर नीलामी प्रक्रिया अपनायी जायेगी.
उन्होंने कहा कि किसी ऋणधारकों को सामाजिक प्रतिष्ठता हनन करने का बैंक का इरादा नहीं होता, लेकिन हठी बकायेदारों के कारण बैंक को सख्ती से पेश आना पड़ता है. ऋण की राशि समय पर लौटाने सेे साख मजबूत होता है. इस कार्रवाई में कई बैंक अधिकारी मौजूद थे.