वनरक्षी के वजह से बची पंक्षी की जान
मेदिनीनगर : पलामू टाइगर रिजर्व के कर्मियों की सक्रियता से एक पक्षी की जान बची. यह पक्षी जुबेनाइल रेड नेप्ड आइबिस है. शनिवार को इस पंक्षी को पलामू टाइगर रिज़र्व के कमलदह झील के पास छोड़ दिया गया. शुक्रवार को यह मेदिनीनगर के आबादगंज रेलवे क्रासिंग के पास वनरक्षी आलोक पाठक को मिला. उधर से गुजरने के क्रम में श्री पाठक ने देखा की कुछ लोग इस पक्षी को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं और कुछ कुत्ते भी इस पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं. उस समय यह पक्षी उड़ नहीं पा रहा था. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बिजली के तार की चपेट में आने से यह पक्षी गिर गया था. वनरक्षी श्री पाठक ने तत्परता दिखाते हुए जुबेनाइल रेड नेप्ड आइबिस को पकड़ लिया व अपनी सहकर्मी ज्योति को बुलाकर उसके हवाले किया. ज्योति इससे पहले भी कई पक्षी व जानवरों को बचाकर वापस जंगल में छोड़ चुकी हैं.
उन्होंने इस पक्षी को अपने घर ले जाकर उपचार कर स्वस्थ किया. शनिवार सुबह पलामू टाइगर रिज़र्व के पदाधिकारियों के मार्गदर्शन में कमलदह झील के पास इसे छोड़ दिया गया. आम तौर पर हिंदी में जुबेनाइल रेड नेप्ड आइबिस को क्रौञ्ज कहा जाता है. इसे पानी वाले इलाके में छोटी मछली मेढक आदि खाना व ऊंचे पेड़ों की टहनियों में रहना पसंद है. इसीलिए इसे कमलदह झील के पास छोड़ा गया है. इस इलाके में जुबेनाइल रेड नेप्ड आइबिस हमेशा रहते हैं.