पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा की मानें तो पुलिस सभी पहलुओं पर जांच करने में जुटी है. जांच के दौरान जहां भी यह लगेगा कि इसमें पदाधिकारी व कर्मियों से पूछताछ की जरूरत है तो पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों को भी पूछताछ के लिए बुलायेगी. अनुसंधान के दौरान सभी बिंदुओं पर बारीकी से गौर किया जा रहा है. ताकि कोई भी बिंदु जांच के दौरान छुटे नहीं. मालूम हो कि पलामू में पांच नवंबर को चतुर्थवर्गीय कर्मचारी नियुक्ति के लिए पैनल निर्माण को लेकर लिखित परीक्षा आहूत की गयी थी. परीक्षा के बाद यह चर्चा उठी थी कि परीक्षा के दौरान गड़बड़ी हुई है.
इस गड़बड़ी को पकड़ने के लिए उपायुक्त अमीत कुमार ने सक्रियता के साथ काम किया. इसके बाद यह स्पष्ट हुआ कि अभ्यर्थियों ने परीक्षा में अधिक अंक लाने के लिए अनियमितता की थी. इस मामले में 59 अभ्यर्थियों को जेल भेजा चुका है. जबकि रांची से भी इस मामले में एक की गिरफ्तारी हुई है. परीक्षा के दौरान सेटिंग करने के मामले में रांची के अलावा दिल्ली व पटना के लोग भी शामिल है. इन आरोपियों के खिलाफ वारंट भी निर्गत हुआ है. गिरफ्तार नहीं होने की स्थिति में कुर्की जब्ती की भी कार्रवाई की जायेगी. इसे लेकर भी तैयारी की जा रही है.
क्योंकि उस दौरान रांची के भी कोचिंग सेंटर का भी नाम आया था कि कैसे परीक्षा में सेटिंग करायी जा रही है. इसलिए इन लोगों ने रवि किशोर को ही चुना. क्योंकि उनलोगों को यह पता चला था कि रवि किशोर जेल से बाहर है और उसे इस तरह के कार्य करने के अनुभव पूर्व में रहे है. इसलिए उससे सेटिंग करना ही ठीक रहेगा. इसी को लेकर उन लोगों के बीच संपर्क हो गया और उसके बाद सारा खेल हुआ. पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने कहा कि जांच के दौरान यह बात आयी है कि पलामू में अभ्यर्थियों तक सेटिंग करने वालों को पहुंचाने का काम रवि किशोर ने ही किया था. उसके घर से पुलिस को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले है.
पुलिस ने उस बस के बारे में भी पता लगाया है जिस पर सवार होकर सेटिंग करने वाले पलामू पहुंचे थे. धीरे-धीरे एक-एक पहलू पर साक्ष्य जुटाया जा रहा है. बयान से जो जानकारी मिली है उसके आधार पर भी पुलिस आगे बढ़ रही है. एसपी श्री माहथा का कहना है कि पूरे मामले का उदभेदन होगा. जो लोग भी शामिल है उनके चेहरे सामने आयेंगे.