मेदिनीनगर: पलामू में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति परीक्षा रविवार को हुई. परीक्षा में एक अभ्यर्थी को निष्कासित किया गया. बताया गया कि एलिट पब्लिक स्कूल में बने परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थी मोबाइल लेकर प्रवेश कर गया था. जांच के दौरान उसके पास मोबाइल मिला, जिसके बाद उसे परीक्षार्थी को निष्कासित कर दिया गया. बताया गया कि 90 प्रतिशत से अधिक अभ्यार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया. इस परीक्षा में कुल 11315 अभ्यर्थी थे, जिसमें 10922 से अधिक परीक्षार्थियों ने भाग लिया.
इसके लिए कुल 26 केंद्र बनाये गये थे. सभी परीक्षा केंद्रों पर सुबह नौ बजे से ही अभ्यार्थी जुटने लगे थे. नियुक्ति परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों में उत्साह देखा गया. झारखंड राज्य गठन के बाद पहली बार पलामू में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति परीक्षा हुई. पलामू के उपायुक्त अमीत कुमार ने बताया कि परीक्षा के बाद आंसर सीट जारी कर दिया गया है.
प्रयास किया जा रहा है कि परीक्षा का परिणाम भी जल्द ही निकले. उम्मीद जतायी जा रही है कि 48 घंटों के अंदर परीक्षा परिणाम जारी हो सकता है. सात नवंबर तक परीक्षा परिणाम आने की उम्मीद है. जो परीक्षा केंद्र बनाये गये थे, उसका निरीक्षण उपायुक्त अमीत कुमार, डीडीसी सुशांत गौरव, अनुमंडल पदाधिकारी एनके गुप्ता आदि अधिकारियों ने किया. सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न हुई.
वर्षों से लंबित था यह मामला, बन गया था मुद्दा
पलामू में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति परीक्षा एक मुद्दा बन गया था. चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति होगी या नही. इसे लेकर भी लोग निराश हो गये थे.क्योंकि विज्ञापन निकलने के बाद भी नियुक्ति परीक्षा नहीं हो सकी थी. लोगों ने आवेदन भरे थे. इस इंतजार में की परीक्षा के बाद नियुक्ति होगी. लेकिन लगातार निराशा झेल रहे लोगों के लिए प्रयास किया गया और अंतत: वह प्रयास सफल रहा और रविवार को परीक्षा भी संपन्न हो गयी. पलामू में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति हो इसके लिए उपायुक्त अमीत कुमार ने पूरी सक्रियता के साथ काम किया. न सिर्फ उन्होंने नियुक्ति परीक्षा करायी, बल्कि इसमें पारदर्शिता रहे. इसके लिए भी सजगता के साथ काम किया. उपायुक्त के तौर पर श्री कुमार ने पूर्व में जहां भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसा उसके बाद उन्होंने वर्षों से लंबित परीक्षा को कराकर प्रशासनिक दक्षता का परिचय दिया है. कुल मिलाकर देखा जाये, तो चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति परीक्षा संपन्न होना प्रशासनिक तौर पर एक बड़ी सफलता है. वहीं पलामू के बेरोजगारों के लिए भी यह एक बड़ा कदम है.