मेदिनीनगर: रामगढ़ प्रखंड के आदिम जनजाति बहुल गांव सरहुआ में मलेरिया का प्रकोप फैला है. इस गांव में दर्जनों लोग मलेरिया से आक्रांत हो गये हैं. इनमें से 14 लोग ब्रेन मलेरिया से पीड़ित है, जबकि चार बच्चे गंभीर स्थिति में हैं.मामले की जानकारी समाजसेवी डॉ राहुल अग्रवाल के कार्यकर्ता अजीत त्रिपाठी व संतोष कुमार को हुई.
वे रामगढ़ की ओर जा रहे थे, तभी सरहुआ गांव की महिलाओं ने इसकी जानकारी उन्हें दी. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने पूरे मामले की जानकारी युवा समाजसेवी डॉ राहुल अग्रवाल को दी. डॉ राहुल अग्रवाल ने टेंपो भेजकर मलेरिया से पीड़ित 45 लोगों अपने मेदिनीनगर स्थित नावाटोली स्थित नारायण मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल मंगवाया और उनकी जांच शुरू की. जांचोपरांत यह पाया गया कि उनमें से 33 लोगों को जांच करने के बाद मलेरिया से पीड़ित पाये गये, जबकि 14 लोग ब्रेन मलेरिया से पीड़ित थे. उनमें से चार बच्चे गंभीर स्थिति में है. सभी लोग आदिम जनजाति व अनुसूचित जाति के है. सबका इलाज नि:शुल्क डॉ राहुल अग्रवाल कर रहे हैं.
जो हैं मलेरिया से पीड़ित
दीपा कुमारी, शीलवंती कुमारी, संगीता कुमारी, रमेश कुमार की हालत गंभीर है. वहीं विश्वनाथ भुइयां, मतिया कुंवर, सोनिया देवी, लक्ष्मी देवी, अनिल कुमार, रतनी देवी, करमि देवी, कलिया देवी, संजय तुरी, अनिल कोरवा,अमरदेव भुइयां , चरकु भुइयां, मानमती देवी, शिव नारायण भुइयां, रामकृपाल भुइयां, रामलाल तुरी, नागवंती देवी, संजय चौधरी, शिव पतिआ देवी, मुनी देवी, बिरेंद्र चौधरी, सालों देवी, बिरेंद्र कुमार, सुबचनी देवी, प्रकाश कुमार, आशा कुमारी, रूपचंद कोरवा आदि पीड़ित है.