मेदिनीनगर : आने वाले दिनों में प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर में स्टेडियम की कमी दूर हो जायेगी. क्योंकि पुलिस स्टेडियम को और बेहतर बनाने का प्रस्ताव है. साथ ही वर्षों से अधूरे पड़े जीएलए कॉलेज स्टेडियम के भी दिन बहुरने वाले है. पर्यटन विभाग ने इसके पुनर्रीक्षत प्राक्कलन का प्रस्ताव मांगा है. उम्मीद की जा रही […]
मेदिनीनगर : आने वाले दिनों में प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर में स्टेडियम की कमी दूर हो जायेगी. क्योंकि पुलिस स्टेडियम को और बेहतर बनाने का प्रस्ताव है. साथ ही वर्षों से अधूरे पड़े जीएलए कॉलेज स्टेडियम के भी दिन बहुरने वाले है. पर्यटन विभाग ने इसके पुनर्रीक्षत प्राक्कलन का प्रस्ताव मांगा है. उम्मीद की जा रही है कि इस वित्तीय वर्ष में अधूरे पड़े स्टेडियम को पूरा करने का काम शुरू हो जायेगा. इस मामले को लेकर विभाग गंभीर है. बताया गया कि स्टेडियम निर्माण कार्य में जो भी त्रुटि या कमी रह गयी थी, उसे दूर कर इस बार प्राक्कलन बनाया जा रहा है, ताकि सभी दृष्टिकोण से यह बेहतर रहे और खेल को बढ़ावा मिल सके.
पलामू के उपायुक्त अमीत कुमार ने विभागीय स्तर पर चल रहे इस प्रयास की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि पुलिस स्टेडियम के जिर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण का प्रस्ताव भवन निर्माण विभाग को भेजा गया है. जो प्रस्ताव भेजा गया है, उसके मुताबिक स्टेडियम में लाइट लगेगी. दर्शकों की बैठने के लिए जो जगह है, उसे और बेहतर बनाया जायेगा. ताकि जब यहां खेल का आयोजन हो, तो लोगों को सुविधा मिल सके. स्टेडियम में जिम की भी व्यवस्था होगी. मालूम हो कि मेदिनीनगर को तीन मई 1992 को प्रमंडलीय मुख्यालय को दर्जा मिला है.
लेकिन मुख्यालय में स्टेडियम की कमी है. पुलिस स्टेडियम तो पहले से ही है. लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण से यहां कई आयोजन नहीं हो पाते. पूर्व में इस स्टेडियम में कई राज्य स्तरीय प्रतियोगिता भी हुआ था. लेकिन बाद में इस पर ब्रेक लगा. लोगों का कहना है कि जब जीएलए कॉलेज स्टेडियम का निर्माण कार्य पूर्ण हो जायेगा, तो वह स्टेडियम खेल कूद का माहौल बनाने में काफी सहायक सिद्ध होगा.
क्या-क्या होगा जीएलए कॉलेज स्टेडियम में
जीएलए कालेज स्टेडियम में रनिंग ट्रैक का निर्माण होगा. जिम का भी प्रावधान किया गया है. स्टेडियम को इस बात को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है, ताकि यहां हॉकी व फुटबॉल के बड़े आयोजन भी हो सके. गौरतलब है कि जीएलए कॉलेज परिसर में स्टेडियम का निर्माण वर्ष-2005 में शुरू हुआ था. 2008 में विभाग के आदेश पर काम रूका था. उसके बाद से काम बंद था. इस मामले में पलामू उपायुक्त अमीत कुमार ने रुचि ली. उसके बाद काम आगे बढ़ा था. इसके बाद यह मामला मुख्यमंत्री जनसंवाद में पहुंचा था जिसके बाद विभागीय स्तर पर इस कार्य को लेकर तेजी आयी.
कमल क्लब को सौंपे जायेंगे प्रखंड के स्टेडियम
पलामू में प्रखंड स्तर पर जो स्टेडियम का निर्माण हुआ है, वह प्रखंड स्तर पर गठित कमल क्लब को हैंड ओवर किया जायेगा, ताकि उसका रख रखाव बेहतर तरीके से हो सके. इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेलकूद का बेहतर वातावरण तैयार हो सके. पलामू उपायुक्त अमीत कुमार ने बताया कि छतरपुर में स्टेडियम का कार्य पूरा हो गया है. किशुनपुर में निर्माण चल रहा है. इसी तरह कई अन्य प्रखंडों में भी स्टेडियम बनकर तैयार है जिसे कमल क्लब को सौंपा जायेगा.