मेदिनीनगर: साहित्य समाज में स्थित जिला केंद्रीय पुस्तकालय के दिन बहुरेंगे. इसे लेकर प्रशासनिक पहल शुरू कर दी गयी है. अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर पलामू उपायुक्त अमीत कुमार के आह्वान पर पढ़े पलामू, बढ़े पलामू का आयोजन किया गया था. पुस्तक वाचन के लिए उस दिन उपायुक्त श्री कुमार इस पुस्तकालय में गये थे. उसी दिन यह तय हुआ था कि इस पुस्तकालय के विकास के लिए काम होगा.
बुधवार को उपायुक्त अमीत कुमार की अध्यक्षता में आहूत बैठक में इस पुस्तकालय के विकास पर विस्तार से चर्चा की गयी. तय किया गया कि चहारदीवारी में कंटीला तार लगेगा. यह जिम्मेवारी जिला योजना पदाधिकारी को दी गयी है. साथ ही शाम में भी पुस्तकालय में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था हो, इसकी जिम्मेवारी नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी अजय साव को दी गयी. सफाई की व्यवस्था रहे, इसके लिए कार्यपालक पदाधिकारी को सफाई कर्मी की व्यवस्था करने को कहा गया है. प्रत्येक दिन सफाई हो, इसे सुनिश्चित करने को कहा गया है.
समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि पुस्तकालय में रात्रि प्रहरी व सहायक का भी एक एक पद स्वीकृत है. लेकिन यह पद लंबे समय से खाली पड़ा है. इस पर माध्यमिक शिक्षा के निदेशक को पत्र लिखने का निर्णय लिया गया. बैठक में बताया गया कि वर्तमान में पुस्तकालय का सदस्य बनने के लिए 20 रुपया व वार्षिक शुल्क के रूप में 120 रुपया लिया जाता है. इसमें बढ़ोतरी का निर्णय लिया गया. तय किया गया कि 100 रुपया सुरक्षित राशि के साथ 200 रुपये वार्षिक सदस्यता शुल्क लिया जायेगा. साथ ही साहित्य समाज पुस्तकालय के जमीन में जो दुकान बने हैं, उसके किराये की भी समीक्षा होगी. इसे लेकर एसडीओ के अध्यक्षता में बैठक करने का निर्देश उपायुक्त ने दिया. उपायुक्त श्री कुमार ने कहा कि पुस्तकालय को जीवंत बनाने के लिए यह जरूरी है कि इसकी सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी हो. सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए अभियान चलाने का निर्णय लिया गया. तय किया गया कि इसके तहत महाविद्यालय, विद्यालय में विद्यार्थियों से संपर्क कर उनकी सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी. डीसी श्री कुमार ने कहा कि विद्यार्थियों के साथ-साथ आमलोगों का जुड़ाव पुस्तकालय से हो. इसके लिए समय समय पर कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाये.
बैठक में बताया गया कि पुस्तकालय अध्यक्ष को अप्रैल 2016 से भुगतान नहीं हुआ है. इस पर उपायुक्त ने पुस्तकालय के खाता में किराये मद से प्राप्त राशि से छह माह के बकाये वेतन का भुगतान करने का निर्देश दिया. कहा कि पुस्तकालय को जीवंत बनाने में सबकी सक्रिय भागीदारी जरूरी है. बैठक में डीडीसी सुशांत गौरव, जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ मीना कुमारी रॉय, जिला जन संपर्क पदाधिकारी देवेन्द्रनाथ भादुड़ी मौजूद थे.