मेदिनीनगर : उग्रवादी संगठन टीपीसी के तर्ज पर टीपीसी टू के नाम पर पलामू में आपराधिक गिरोह चल रहा है. इस गिरोह से जुड़े अपराधी उग्रवादी संगठन के नाम पर लेवी वसूलने के काम में लगे है. 14 अक्तूबर को लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के बसौरा गांव में इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण कार्य में इस गिरोह […]
मेदिनीनगर : उग्रवादी संगठन टीपीसी के तर्ज पर टीपीसी टू के नाम पर पलामू में आपराधिक गिरोह चल रहा है. इस गिरोह से जुड़े अपराधी उग्रवादी संगठन के नाम पर लेवी वसूलने के काम में लगे है. 14 अक्तूबर को लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के बसौरा गांव में इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण कार्य में इस गिरोह के लोग लेवी वसूलने गये थे. उन लोगों ने काम रोकने की धमकी दी थी. मजदूरों के साथ मारपीट कर मोबाइल लूट ली थी. साथ ही एक मोबाइल नंबर भी दिया था, जिस पर ठेकेदार को संपर्क करने को कहा गया था.
घटना के बाद पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी थी. छानबीन के क्रम में ही यह खुलासा हुआ कि घटना में उग्रवादी नहीं, बल्कि अपराधियों के एक गिरोह का हाथ है. इस गिरोह से जुड़े तीन सदस्यों को पलामू पुलिस ने पकड़ा है. रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने बताया कि 14 अक्तूबर को लेस्लीगंज के इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण स्थल पर यह अपराधी गये थे. साथ ही 16 अक्तूबर को जमुने में भी मारपीट की थी. इन दोनों मामले में शामिल अपराधियों का पता चल गया है.
पुलिस ने जिन तीन अपराधियों को पकड़ा है, उसमें लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के मुंदरिया गांव के धर्मेंद्र सिंह, इटहे गांव के जुबैर आलम व सदर थाना क्षेत्र के छठु भुइयां का नाम शामिल है. पकड़े गये अपराधियों के निशानदेही पर जुबैर आलम के घर से हथियार बनाने में प्रयुक्त किये जाने वाली सामग्री बरामद की गयी.इसके अलावा एक पिस्तौल व तीन सेट वरदी भी मिली है. बताया गया कि इस अपराधिक गिरोह में 12 से 13 सदस्य शामिल है. छह बंदुक है. इस गिरोह से जुड़े अपराधी रात में कहीं भी निकलते हैं, तो वरदी में निकलते हैं. ताकि देखने वालों को यह लगे कि उग्रवादी संगठन से जुड़े लोग है. यदि लेवी नहीं देंगे तो मुश्किल में पड़ सकते है. मौके पर पुलिस उपाधीक्षक प्रेमनाथ, पुलिस निरीक्षक जेपी सिंह, शहर थाना प्रभारी तरुण कुमार, सदर थाना प्रभारी ममता कुमारी, लेस्लीगंज थाना प्रभारी राणा जंगबहादुर सिंह आदि मौजूद थे.
संजय भुइयां है मास्टर माइंड
इस गिरोह का मास्टर माइंड संजय भुइयां है. संजय भुइयां पलामू के रामगढ़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है. पूर्व में भी संजय भुइयां व जुबैर आलम गढ़वा थाना क्षेत्र के चिनिया में उग्रवादी के नाम पर गाड़ी जलाने के मामले में जेल गया है. जेल से निकलने के बाद संजय भुइयां, जुबैर आलम आदि मिलकर टीपीसी टू के नाम पर क्षेत्र में रंगदारी वसूलने का काम कर रहे है. एसपी इंद्रजीत माहथा ने कहा कि गिरफ्तार छोटू भुइयां भी पूर्व में जेल जा चुका है. गिरोह से जुड़े सभी लोगों के बारे में पुलिस को पर्याप्त जानकारी मिल चुकी है. गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है. जल्द ही इस गिरोह से जुड़े सभी अपराधी जेल भेजे जायेंगे. पुलिस की सक्रियता से इस गिरोह का अस्तित्व पूरी तरह से समाप्त हो चुका है.
ऐसे गिरोह तक पहुंची पुलिस
इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण स्थल पर पहुंचकर पहले तो अपराधियों ने मुंशी को धमकाया. मजदूरों के साथ मारपीट की थी. जाते वक्त एक मजदूर का मोबाइल लूट लिया था और साथ ही एक नंबर भी दिया था. एसपी श्री माहथा ने बताया कि मजदूर से जो मोबाइल लूटी गयी थी, उसका उपयोग अपराधियों द्वारा किया गया. तकनीकी सेल के अनुसंधान में यह बात सामने आयी. उसके बाद पुलिस अपराधियों तक पहुंची. सबसे पहले धर्मेंद्र की गिरफ्तारी हुई. उसके बाद जुबैर को पकड़ा गया. एसपी श्री माहथा ने कहा कि निर्माण कार्य में किसी प्रकार का कोई गतिरोध नहीं आने दिया जायेगा. सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल कार्रवाई करेगी.